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  • मुख्यमंत्री के कार्यक्रम में घायल हुए सांसद अजय मंडल, विधायक गोपाल मंडल के बयान ने खींचा ध्यान
  • भागलपुर में सरकारी कार्यक्रम के दौरान हुई घटना, वायरल वीडियो से उठे सवाल

भागलपुर, 13 मई 2025:मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के भागलपुर आगमन के दौरान आयोजित एक सरकारी कार्यक्रम उस समय सुर्खियों में आ गया जब भागलपुर के सांसद अजय मंडल मंच की ओर बढ़ते समय अचानक गिर पड़े और घायल हो गए। यह घटना सैंडिस कंपाउंड स्थित इंडोर बैडमिंटन स्टेडियम में हुई, जहाँ मुख्यमंत्री एक सरकारी समारोह में भाग लेने आए थे।

सांसद अजय मंडल को पैर में गंभीर चोट आई और उन्हें तत्काल मायागंज अस्पताल में भर्ती कराया गया। डॉक्टरों के अनुसार फिलहाल उनकी स्थिति स्थिर है और वे चिकित्सकीय निगरानी में हैं।

इस घटना से अधिक ध्यान खींचा गोपालपुर के जदयू विधायक गोपाल मंडल के बयान ने, जो उन्होंने अस्पताल में घायल सांसद से मिलने के दौरान दिया। विधायक ने अंगिका भाषा में हल्के-फुल्के अंदाज में कहा:

“सहीये म तोरो पैर टुटलो छौँ की सम्मेलन करी रहलो छो?”
(सच में तुम्हारा पैर टूटा है या कोई सभा कर रहे हो?)

यह टिप्पणी मजाक के रूप में कही गई थी, लेकिन समय और संदर्भ को देखते हुए सोशल मीडिया पर इसे लेकर तीखी प्रतिक्रियाएं देखने को मिलीं। वायरल वीडियो में यह भी देखा गया कि बयान सुनकर वहाँ मौजूद सांसद, नेता और अन्य लोग मुस्कुराते या हँसते हुए नजर आते हैं।

इस बयान को लेकर राजनीतिक हलकों में भी चर्चा तेज हो गई है। विपक्षी दलों ने इसे जनप्रतिनिधियों में संवेदनशीलता की कमी का उदाहरण बताया, वहीं कुछ लोगों ने इसे गोपाल मंडल के स्वाभाविक, बेबाक अंदाज से जोड़कर देखा।

यह पहली बार नहीं है जब विधायक गोपाल मंडल अपने बयानों या व्यवहार को लेकर विवादों में घिरे हों। वे पूर्व में भी कई बार सार्वजनिक मंचों पर अपने अनोखे और अप्रत्याशित अंदाज के कारण चर्चा में रहे हैं।

स्थानीय नेताओं की प्रतिक्रिया
कार्यक्रम में मौजूद राजद नेत्री बीमा भारती ने स्थिति को संभालने की कोशिश की और मौके की नज़ाकत को समझते हुए बातचीत का रुख हल्का करने की पहल की। वीडियो में सांसद अजय मंडल स्वयं लस्सी पीने की बात करते दिखते हैं, जिससे माहौल कुछ देर के लिए सहज हो गया।

जहां सांसद अजय मंडल के स्वास्थ्य को लेकर लोग चिंतित हैं, वहीं यह घटना यह सवाल भी खड़ा करती है कि क्या हमारे जनप्रतिनिधि सार्वजनिक व्यवहार और भाषा की गरिमा के प्रति पर्याप्त रूप से सजग हैं?