भागलपुर, 6 मई:भागलपुर के अस्पताल में तैनात स्टाफ नर्स द्वारा तीन साल तक बिना ड्यूटी किए 28 लाख रुपये का वेतन और तीन इन्क्रीमेंट लेने के मामले की जांच पूरी हो गई है। अस्पताल अधीक्षक डॉ. हेमशंकर शर्मा ने बताया कि वेतन बिल और इन्क्रीमेंट रजिस्टर के कस्टोडियन, अटेंडेंस बनाने वाले लिपिक, दो पूर्व अस्पताल अधीक्षकों, और वेतन व इन्क्रीमेंट लेने वाली नर्स और मैट्रन का लिखित बयान लिया गया है।
पूरी रिपोर्ट पटना भेजी गई
डॉ. शर्मा ने कहा कि पूरी जांच रिपोर्ट अब अपर मुख्य सचिव स्वास्थ्य प्रत्यय अमृत को भेज दी गई है। अब, उनके द्वारा इस मामले में आवश्यक कार्रवाई की जाएगी। अस्पताल के पैथोलॉजी विभाग में तैनात स्टाफ नर्स प्रतिमा कुमारी ने मार्च 2022 में अपनी इएल (अवकाश) का आवेदन दिया था और उसके बाद वह लगातार छुट्टी पर रही। सूत्रों के अनुसार, प्रतिमा कुमारी ने छुट्टी के दौरान लगातार डाक से छुट्टी का आवेदन भेजा और घर पर आराम करती रही। इसके बावजूद उन्हें इन्क्रीमेंट मिलता रहा।
कार्यवाही की संभावना
अब इस मामले पर अपर मुख्य सचिव द्वारा ही आगामी कार्रवाई की जाएगी, जिससे यह साफ होगा कि विभागीय लापरवाही और नियमों की अनदेखी के मामले में क्या कदम उठाए जाएंगे।