भागलपुर। रेलवे की जमीन पर बसे सैकड़ों परिवारों को बेदखली का नोटिस मिलने के बाद मंगलवार को झुग्गी-झोपड़ी संघर्ष समिति के बैनर तले कचहरी चौक पर एक दिवसीय धरना-प्रदर्शन किया गया। प्रदर्शनकारी लोगों ने बिहार सरकार और रेलवे प्रशासन से पुनर्वास की उचित व्यवस्था की मांग की है।
50 वर्षों से रह रहे परिवार, अब बेदखली का नोटिस
धरना दे रहे लोगों ने बताया कि वे पिछले 50 वर्षों से रेलवे की जमीन पर झुग्गी-झोपड़ी बनाकर जीवन यापन कर रहे हैं। अब रेलवे ने उन्हें 7 दिनों के भीतर जमीन खाली करने का नोटिस जारी किया है। इसके खिलाफ सैकड़ों महिलाएं और पुरुष सड़कों पर उतर आए और धरना स्थल पर जुटे।
पुनर्वास के बिना हटाना अन्यायपूर्ण — प्रदर्शनकारी
प्रदर्शनकारियों ने कहा कि जब तक सरकार वैकल्पिक जमीन या पुनर्वास की व्यवस्था नहीं करती, तब तक उन्हें हटाना पूरी तरह अन्यायपूर्ण होगा। उन्होंने चेतावनी दी कि अगर बिना पुनर्वास के जबरन हटाया गया तो वे आगामी बिहार विधानसभा चुनाव 2025 में वोट का बहिष्कार करेंगे।
धरना स्थल पर जुटी भीड़
कचहरी चौक पर हुए इस धरना-प्रदर्शन में बड़ी संख्या में महिलाएं, पुरुष और बुजुर्ग शामिल हुए। धरना स्थल पर संघर्ष समिति के नेताओं ने कहा कि वे अपनी मांगों को लेकर आगे भी चरणबद्ध आंदोलन करेंगे।
प्रशासन की चुप्पी
फिलहाल रेलवे प्रशासन और जिला प्रशासन की ओर से इस मामले में कोई आधिकारिक बयान सामने नहीं आया है। संघर्ष समिति ने चेतावनी दी है कि अगर जल्द सुनवाई नहीं हुई तो आंदोलन को तेज किया जाएगा।