
भागलपुर के सबसे बड़े सरकारी अस्पतालों में से एक मायागंज अस्पताल में रविवार को एक चिकित्सकीय लापरवाही का मामला सामने आया। पेइंग वार्ड में भर्ती एक मरीज को नर्स ने दर्द निवारक इंजेक्शन की जगह गलती से इंसुलिन का डोज लगा दिया।
घटना की जानकारी मिलते ही अस्पताल प्रशासन में हड़कंप मच गया। जिम्मेदारों ने तत्काल डॉक्टर को बुलाकर मरीज की शुगर जांच कराई और स्वास्थ्य की समग्र जांच की गई। मरीज की सेहत फिलहाल स्थिर बताई जा रही है, लेकिन वह मानसिक रूप से काफी भयभीत नजर आया।
नर्स पर कार्रवाई की तैयारी
मामले की पुष्टि करते हुए अस्पताल अधीक्षक डॉ. अविलेश कुमार ने बताया कि उन्हें जैसे ही इस लापरवाही की जानकारी मिली, उन्होंने मैट्रन को निर्देश दिया कि संबंधित नर्स को शोकॉज नोटिस जारी किया जाए। उन्होंने कहा कि मामले की गंभीरता को देखते हुए नियमानुसार आवश्यक अनुशासनात्मक कार्रवाई की जाएगी।
प्रशासन पर उठ रहे सवाल
इस तरह की घटनाएं मायागंज जैसे बड़े अस्पताल में स्वास्थ्य सेवाओं की गुणवत्ता पर सवाल खड़े करती हैं। मरीजों की जान से जुड़ा मामला होने के बावजूद दवाओं और इंजेक्शन के सही प्रयोग में लापरवाही, प्रशासन की निगरानी प्रणाली की कमजोरी को उजागर करता है।
मरीज की स्थिति स्थिर, पर मानसिक तनाव में
डॉक्टरों के मुताबिक, समय पर जांच और निगरानी की वजह से मरीज की स्थिति गंभीर नहीं हुई, लेकिन गलत दवा देने से उसका मानसिक संतुलन और भरोसा प्रभावित हुआ है। परिजन भी अस्पताल प्रशासन से उचित कार्रवाई की मांग कर रहे हैं।