भागलपुर, बिहार | मायागंज अस्पताल परिसर बुधवार रात रणक्षेत्र में तब्दील हो गया, जब हॉस्टल में जूनियर डॉक्टरों और पीजी मेडिसिन के छात्रों के बीच जमकर मारपीट हुई। यह झड़प रात 9:30 बजे शुरू हुई और आधी रात तक चलती रही। घटना में दोनों पक्षों से एक-एक डॉक्टर घायल हुए हैं।
झगड़े के बाद दोनों पक्षों ने एक-दूसरे के खिलाफ बरारी थाने में लिखित शिकायत दी, जिसके आधार पर एफआईआर दर्ज की गई है। बताया जा रहा है कि यह विवाद आपसी कहासुनी से शुरू हुआ और धीरे-धीरे हिंसक रूप ले लिया।
गुरुवार को दिन में एक बार फिर तनाव बढ़ता दिखा, जिसके बाद शाम करीब 4 बजे बरारी थाना पुलिस मौके पर पहुंची और एक पक्ष से जुड़े दो डॉक्टरों को हिरासत में ले लिया। इनमें से डॉ. कैलाश सुपौल जिले के छातापुर थाना क्षेत्र के तमुआ गांव के निवासी हैं। उनकी तहरीर पर डॉ. विनीत समेत अन्य के खिलाफ केस दर्ज किया गया है।
दूसरी ओर, पीजी मेडिसिन छात्र डॉ. विनीत कुमार ने भी डॉ. कैलाश, डॉ. रामाशेखर सहित 40 से 50 अज्ञात लोगों के खिलाफ मामला दर्ज कराया है। फिलहाल पुलिस ने डॉ. कैलाश और डॉ. रामाशेखर को हिरासत में लिया, लेकिन बाद में डॉ. रामाशेखर को छोड़ दिया गया।
इस घटना पर प्रतिक्रिया देते हुए अस्पताल अधीक्षक डॉ. हेमशंकर शर्मा ने कहा, “बुधवार की रात जो घटना हुई वह दुर्भाग्यपूर्ण है। मामले की पूरी जांच कराई जाएगी और दोषियों पर कार्रवाई होगी।”
पुलिस और अस्पताल प्रशासन दोनों ही मामले की गंभीरता से जांच में जुटे हैं ताकि भविष्य में इस तरह की घटनाओं से बचा जा सके।