पटना। लोकनायक जयप्रकाश नारायण (जेपी) की जयंती के अवसर पर पूर्व केंद्रीय मंत्री अश्विनी कुमार चौबे दिनांक 11 अक्टूबर 2025 को अपने पटना स्थित आवास पर लोकतांत्रिक शक्ति, राजनीति में सुचिता और आत्म शुद्धि के लिए एक दिवसीय उपवास रखेंगे।
देशभर के जेपी सेनानी करेंगे भागीदारी
अश्विनी चौबे ने बताया कि इस उपवास में अखिल भारतीय संपूर्ण क्रांति संगठन, जेपी सेनानी मंच और लोकतंत्र सेनानी मंच के संयुक्त तत्वावधान में बिहार सहित देश के विभिन्न राज्यों से 1974 जेपी आंदोलन और आपातकाल के भुक्तभोगी सेनानी और उनके परिवार भाग लेंगे।
इस अवसर पर युवा पीढ़ी के साथ जेपी आंदोलन के संकल्पों को दोहराने और लोकतांत्रिक मूल्यों को मजबूती देने का संदेश भी दिया जाएगा।
उपवास के उद्देश्य और संदेश
अश्विनी चौबे ने बताया कि इस उपवास का उद्देश्य वंशवाद, भ्रष्टाचार और अल्पसंख्यक तुष्टीकरण से जुड़ी शक्तियों के विरुद्ध दलित, पिछड़े, युवा और महिलाओं को शासन सत्ता से जोड़कर सशक्त भारत का निर्माण करना है। उन्होंने कहा कि यह उपवास जेपी की जयंती को संकल्प और विजय के प्रतीक के रूप में मनाने का एक माध्यम है।
उक्त निर्णय की घोषणा संपूर्ण क्रांति और लोकतंत्र सेनानी संगठनों की बैठक में की गई। इसके अलावा, जेपी निवास महिला चर्खा समिति सभागार में ‘सम्पूर्ण क्रांति, सशक्त लोकतंत्र और युवा शक्ति’ विषय पर संगोष्ठी का आयोजन भी किया जाएगा, जिसमें राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खान मुख्य अतिथि होंगे।
वाक शुचिता पर विशेष जोर
जेपी के सहयोगी कुमार अनुपम के अनुसार, राजनीतिक सभाओं में व्यक्तिगत भद्दी टिप्पणियों के खिलाफ वाक शुचिता का संदेश फैलाने के लिए अश्विनी कुमार चौबे, राष्ट्रीय अध्यक्ष कैलाश सोनी, सचिन संतोष शर्मा और देशभर के अन्य जेपी सेनानी प्रतिमा के समक्ष दिनभर उपवास करेंगे।
सम्मान समारोह और प्रमुख उपस्थितियां
इस अवसर पर कई वरिष्ठ जेपी सेनानी और स्वतंत्रता सेनानी उपस्थित रहेंगे। इनमें शामिल हैं:
- कैलाश सोनी (पूर्व सांसद, दिल्ली)
- पद्मश्री सुरेन्द्र किशोर और रीटा किशोर
- जयप्रकाश महन्थ, विशेश्वर प्रसाद, ब्रह्मदेव पटेल
- कवि सत्यनारायण, कमला प्रसाद, डॉ किरण घई, पद्मश्री विमल जैन
- शम्भू प्रसाद सिंह, डॉ एम के मधु, रमाकांत पांडे, हरेन्द्र प्रताप, नीलिमा सिन्हा
- अधिवक्ता प्रकाश सहाय
साथ ही स्वर्गीय सुशील मोदी, नरेंद्र सिंह और मिथिलेश कुमार सिंह की धर्मपत्नियों सहित कई अन्य जेपी सेनानी भी सम्मानित किए जाएंगे।
अश्विनी चौबे ने सभी से अपील की है कि वे इस दिन जेपी के आदर्शों और लोकतांत्रिक मूल्यों को आत्मसात करें और युवा पीढ़ी में सशक्त नेतृत्व और नैतिक राजनीति का संदेश दें।


