नई दिल्ली, 22 मई 2025: केन्द्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री श्री अमित शाह ने आज राजधानी में एक उच्चस्तरीय बैठक कर यमुना नदी की सफाई, दिल्ली में पेयजल आपूर्ति और सीवेज प्रबंधन की समीक्षा की। बैठक में एक होलिस्टिक दृष्टिकोण अपनाते हुए इन सभी क्षेत्रों में दीर्घकालिक और प्रभावी योजना पर जोर दिया गया।
यमुना: आस्था और प्राथमिकता
बैठक को संबोधित करते हुए श्री शाह ने कहा, “यमुना हमारे लिए केवल एक नदी नहीं, आस्था का प्रतीक है। इसकी स्वच्छता मोदी सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता है।” उन्होंने जल शक्ति मंत्रालय को निर्देश दिया कि वह सभी सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट (STPs) के लिए एक मानक संचालन प्रक्रिया (SOP) तैयार करे, जिसमें उनकी गुणवत्ता, रखरखाव और डिस्चार्ज से जुड़े मानदंड स्पष्ट रूप से निर्धारित हों। यह SOP अन्य राज्यों के साथ भी साझा की जाएगी।
20 वर्ष की दूरदर्शिता के साथ योजना निर्माण का निर्देश
गृह मंत्री ने कहा कि दिल्ली में जल, सीवेज और ड्रेनेज से संबंधित जो भी योजना बनाई जाए, वह अगले 20 वर्षों की जरूरतों को ध्यान में रखकर तैयार की जाए। उन्होंने विशेष रूप से दिल्ली जल बोर्ड की भूमिका को महत्वपूर्ण बताया और इसके सुदृढ़ीकरण की आवश्यकता जताई। उन्होंने निर्देश दिया कि जल बोर्ड में खाली पदों को तत्काल भरा जाए।
जल वितरण प्रणाली को सशक्त बनाने पर बल
श्री शाह ने दिल्ली में जल वितरण प्रणाली को और बेहतर बनाने की आवश्यकता पर बल दिया। उन्होंने कहा कि जल बोर्ड को पाइपलाइनों में लीकेज रोकने के साथ-साथ जल वितरण संरचना को भी आधुनिक और मजबूत बनाना होगा। इसके अलावा उन्होंने नालों की सफाई में विश्वस्तरीय तकनीक के उपयोग की भी सिफारिश की।
उच्चस्तरीय सहभागिता
इस बैठक में केन्द्रीय आवासन एवं शहरी कार्य मंत्री श्री मनोहर लाल, जल शक्ति मंत्री श्री सी.आर. पाटील, दिल्ली की मुख्यमंत्री श्रीमती रेखा गुप्ता, केन्द्रीय गृह सचिव, आवासन मंत्रालय और जल शक्ति मंत्रालय के सचिव, दिल्ली के मुख्य सचिव और अन्य वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित रहे।