दिल्ली में बीजेपी की शानदार जीत के बाद अब एनडीए बिहार फतह करने की तैयारी शुरू कर चुका है। बिहार की दो सौ सीटों पर जीत का लक्ष्य एनडीए ने पहले ही निर्धारित कर रखा है। अब उस लक्ष्य को हासिल करने के लिए एनडीए के तमाम दल पूरी ताकत से जुट जाएंगे। दिल्ली चुनाव में जीत के बाद एनडीए का जोश हाई है। दिल्ली की सत्ता में 27 साल बाद बीजेपी की वापसी के बाद जीतन राम मांझी ने कहा था कि दिल्ली तो झांकी है, बिहार अभी बाकी है।
दरअसल, हरियाणा और दिल्ली में शानदार जीत दर्ज करने के बाद एनडीए का जोश हाई हो गया है। दिल्ली चुनाव संपन्न होने के बाद अब बिहार चुनाव की तैयारी तेज होने वाली है। दिल्ली में मिली शानदार बढ़त के बाद सियासी गलियारे में इसके कयास लगाए जा रहे हैं कि इस चुनाव का असर बिहार चुनाव में भी देखने को मिल सकता है। राज्य की 243 सीटों में से 200 सीटों पर जीत हासिल करने का लक्ष्य पहले से निर्धारित हो चुका है।
दिल्ली चुनाव के बाद अब बिहार की 200 सीटों पर एनडीए का फोकस है। बिहार में एनडीए मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के नेतृत्व में ही विधानसभा का चुनाव लड़ेगी। इसके लिए सभी दलों ने एक स्वर में अपनी सहमति दे दी है। इस साल के अक्टूबर-नवंबर में बिहार में विधानसभा के चुनाव होने हैं। एनडीए के तमाम दल एक साथ कार्यकर्ताओं को एकजुट करने में जुट गए हैं और लगातार अलग-अलग जिलों में संयुक्त कार्यकर्ता सम्मेलन आयोजित कर पार्टी और गठबंधन को एकजुट करने में लगे हैं।
दिल्ली में प्रचंड जीत के बाद एनडीए के तमाम दलों का जोश चरम पर पहुंच गया है और बिहार चुनाव में इसका खासा असर दिखने वाला है। दिल्ली जीत के लिए गठबंधन के सभी दलों के नेता प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सराहना कर रहे हैं और इस जीत के बिहार फतह करने की तैयारी शुरू कर दी है। बीजेपी की जीत से उत्साहित हम के संयोजक और केंद्रीय मंत्री जीतन राम मांझी ने कहा था कि दिल्ली तो झांकी है, बिहार अभी बाकी है।