नई दिल्ली, 7 मई 2025 – भारतीय सेना के ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के सफल क्रियान्वयन और पाकिस्तान व पीओके में आतंकी ठिकानों के नष्ट होने के बाद केंद्र सरकार अब देश की आंतरिक और सीमावर्ती सुरक्षा पर ध्यान केंद्रित कर रही है। इसी कड़ी में केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने आज दोपहर 2 बजे एक उच्चस्तरीय आपात बैठक बुलाई है।
बैठक में कौन-कौन हो रहे हैं शामिल?
गृह मंत्रालय द्वारा बुलाई गई इस बैठक में देश के सीमावर्ती राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के मुख्यमंत्री, मुख्य सचिव और पुलिस महानिदेशक (DGP) भाग ले रहे हैं। बैठक में निम्न राज्यों और क्षेत्रों के प्रतिनिधि शामिल हैं:
- जम्मू-कश्मीर (LG)
- लद्दाख (LG)
- पंजाब
- राजस्थान
- गुजरात
- उत्तराखंड
- उत्तर प्रदेश
- बिहार
- सिक्किम
- पश्चिम बंगाल
किन मुद्दों पर चर्चा होगी?
गृह मंत्रालय के सूत्रों के अनुसार, बैठक में मुख्य रूप से निम्न बिंदुओं पर चर्चा की जाएगी:
- सीमावर्ती इलाकों की सुरक्षा व्यवस्था की समीक्षा
- संभावित घुसपैठ की आशंका और रोकथाम रणनीति
- राष्ट्रीय सुरक्षा एजेंसियों के बीच समन्वय
- स्थानीय पुलिस और खुफिया इकाइयों को सतर्कता बढ़ाने के निर्देश
- संवेदनशील इलाकों में अतिरिक्त बलों की तैनाती की संभावना
ऑपरेशन सिंदूर के बाद अलर्ट मोड में भारत
गौरतलब है कि भारतीय सेना ने बीती रात पाकिस्तान और पीओके में लश्कर-ए-तैयबा व जैश-ए-मोहम्मद के ठिकानों को निशाना बनाकर एक बड़ा एयर स्ट्राइक अभियान चलाया, जिसे ‘ऑपरेशन सिंदूर’ नाम दिया गया। इस हमले में 100 से अधिक आतंकियों के मारे जाने की खबर है।
इस कार्रवाई के बाद पाकिस्तान की ओर से संभावित जवाबी हमले या घुसपैठ को लेकर भारत सरकार ने सभी सीमावर्ती राज्यों को सतर्क कर दिया है।
राष्ट्रीय सुरक्षा सर्वोपरि: अमित शाह
सूत्रों के मुताबिक, गृहमंत्री अमित शाह ने बैठक में स्पष्ट किया है कि भारत की आंतरिक सुरक्षा से कोई समझौता नहीं किया जाएगा, और हर राज्य को केंद्र के साथ मिलकर काम करना होगा ताकि किसी भी प्रकार की आतंकवादी गतिविधि या अव्यवस्था को समय रहते रोका जा सके।