स्वास्थ्य मंत्री ने की घोषणा, 26 से 28 मई तक गांव, पंचायत और प्रखंड स्तर पर चलेगा अभियान
पटना, 20 मई 2025:देश की सबसे बड़ी स्वास्थ्य बीमा योजना ‘आयुष्मान भारत’ की प्रगति में बिहार ने तीसरा स्थान हासिल किया है। राज्य में अब तक 3.75 करोड़ से अधिक आयुष्मान कार्ड बनाए जा चुके हैं और 20.5 लाख से अधिक मरीजों को इसका सीधा लाभ मिला है। योजना के तहत अब तक 2600 करोड़ रुपये से ज्यादा की राशि खर्च की जा चुकी है।
स्वास्थ्य मंत्री का एलान: 26 से 28 मई तक विशेष अभियान
स्वास्थ्य मंत्री मंगल पाण्डेय ने मंगलवार को पटना के बापू टावर में आयोजित राज्य स्तरीय उन्मुखीकरण सह कार्यशाला में ऐलान किया कि आयुष्मान कार्ड बनाने के लिए तीन दिवसीय विशेष अभियान चलाया जाएगा। यह अभियान गांव, पंचायत और प्रखंड स्तर पर 26 से 28 मई के बीच आयोजित किया जाएगा, ताकि अधिक से अधिक पात्र नागरिक योजना से जुड़ सकें।
1173 अस्पतालों में मिल रही सुविधा
बिहार में वर्तमान में 1173 अस्पताल इस योजना के तहत सूचीबद्ध हैं:
- 587 निजी अस्पताल
- 586 सरकारी अस्पताल
इन सभी केंद्रों पर लाभार्थियों को नि:शुल्क इलाज की सुविधा दी जा रही है।
नए सूचीबद्ध 68 निजी अस्पतालों का उन्मुखीकरण
कार्यशाला में 68 नव सूचीबद्ध निजी अस्पतालों को योजना से जुड़ी नई प्रक्रियाओं और तकनीकी जानकारी दी गई। इस दौरान एक प्रेजेंटेशन भी दिखाया गया, जिसमें बताया गया कि मरीज योजना का लाभ कैसे और कहां उठा सकते हैं।
‘यूनिवर्सल हेल्थ इंश्योरेंस स्कीम’ है यह योजना – स्वास्थ्य सचिव
स्वास्थ्य विभाग के सचिव मनोज कुमार सिंह ने कहा,
“यह योजना गरीबों के लिए यूनिवर्सल हेल्थ इंश्योरेंस के रूप में कार्य कर रही है। इसका नैतिक पक्ष भी उतना ही महत्वपूर्ण है – किसी भी मरीज की मजबूरी का फायदा न उठाया जाए।”
उन्होंने योजना के तहत कुछ अस्पतालों द्वारा किए जा रहे फ्रॉड पर चिंता जताई और कहा कि फ्रॉड डिटेक्शन की सख्त व्यवस्था की गई है।
बिना पैसे के इलाज का संकल्प – शशांक शेखर सिन्हा
बिहार स्वास्थ्य सुरक्षा समिति के मुख्य कार्यपालक पदाधिकारी शशांक शेखर सिन्हा ने कहा कि सरकार की मंशा है कि कोई भी नागरिक इलाज से वंचित न रहे। इसके लिए सभी अस्पतालों को योजना की पूर्ण जानकारी और ईमानदारी से काम करना होगा।
कार्यशाला में रहे ये प्रमुख अधिकारी उपस्थित:
- मनोज कुमार सिंह – स्वास्थ्य सचिव
- सुहर्ष भगत – कार्यपालक निदेशक, राज्य स्वास्थ्य समिति
- शशांक शेखर सिन्हा – मुख्य कार्यपालक पदाधिकारी, बिहार स्वास्थ्य सुरक्षा समिति
- आदित्य प्रकाश – अपर सचिव, स्वास्थ्य विभाग
- अमिताभ सिंह – आप्त सचिव, स्वास्थ्य मंत्री
- राजेश कुमार – प्रशासी पदाधिकारी, राज्य स्वास्थ्य समिति
बिहार में आयुष्मान भारत योजना तीव्र गति से आगे बढ़ रही है। विशेष कार्ड अभियान और निजी अस्पतालों की भागीदारी से यह स्पष्ट है कि राज्य सरकार स्वास्थ्य के क्षेत्र में आमजन को सशक्त करने के लिए प्रतिबद्ध है।