देवघर/कटोरिया।राजकीय श्रावणी मेला 2025 की तीसरी सोमवारी और बांग्ला श्रावणी मेला की दूसरी सोमवारी पर बाबा नगरी देवघर में आस्था का अद्भुत महासागर उमड़ पड़ा। लाखों कांवरिए और श्रद्धालु बाबा बैद्यनाथ पर जल अर्पित करने के लिए कतारबद्ध रहे। एक अनुमान के मुताबिक चार लाख से अधिक श्रद्धालुओं ने सोमवार रात तक बाबा पर जल चढ़ाया, जो इस वर्ष का अब तक का सबसे बड़ा आंकड़ा है। एक दिन में जलार्पण का यह नया कीर्तिमान है।
12 किलोमीटर लंबी कतार, बारिश में भी नहीं थमा उत्साह
कांवरियों की कतार जसीडीह के चमारीडीह से कुमैठा तक करीब 12 किलोमीटर लंबी रही। रविवार रात 10 बजे से ही श्रद्धालु कतार में लगने लगे थे। लगातार हो रही बारिश के बीच भी भक्तों के कदम नहीं रुके। 108 किलोमीटर की पदयात्रा के बाद जब उन्हें देवघर में भी लंबी प्रतीक्षा करनी पड़ी, तब भी उनके चेहरों पर थकान नहीं बल्कि श्रद्धा और संतोष का भाव दिखाई दे रहा था।
प्रशासन ने संभाला मोर्चा, सुरक्षा व्यवस्था चाक-चौबंद
भारी भीड़ को नियंत्रित करने में प्रशासन की परीक्षा भी सोमवार को खूब हुई। डीसी सह जिला दंडाधिकारी नमन प्रियेश लकड़ा और डीआईजी सह एसपी अजीत पीटर डुंगडुंग खुद पूरे दिन अपनी टीम के साथ मैदानी स्तर पर व्यवस्थाओं का निरीक्षण करते रहे। किसी भी आपात स्थिति से निपटने के लिए जगह-जगह बैरिकेडिंग, दंडाधिकारी और पुलिस बल की प्रतिनियुक्ति की गई थी।
भक्ति, सेवा और सहयोग का संगम बना कांवरिया पथ
कटोरिया क्षेत्र सहित पूरे कांवरिया पथ पर भक्ति और सेवा का अद्भुत समन्वय देखा गया। सावन मेला के 18 दिन पूरे हो चुके हैं और हर दिन लाखों कांवरिए उत्तरवाहिनी गंगा तट सुल्तानगंज से जल लेकर बोलबम के जयघोष के साथ बाबा धाम की ओर बढ़ रहे हैं। सोमवार को मौसम ने भी श्रद्धालुओं का साथ दिया। हल्की रिमझिम बारिश और ठंडी हवाओं ने यात्रा को और सुखद बना दिया।
श्रद्धालुओं के चेहरों पर भक्ति, संतोष और समर्पण की छवि देखते ही बनती थी। सावन की यह तीसरी सोमवारी आस्था, व्यवस्था और समर्पण के लिहाज से अभूतपूर्व रही, जिसने देवघर को एक बार फिर आस्था की राजधानी के रूप में स्थापित कर दिया।


