बिहार विधानसभा चुनाव में AIMIM ने एक बार फिर 5 सीटों पर कब्जा जमाया है। नतीजों के बाद सियासत में यह चर्चाएं तेज हो गईं कि पिछली बार की तरह इस बार भी पार्टी में टूट होगी और विधायक दूसरी पार्टियों का दामन थाम सकते हैं। इसी सवाल पर AIMIM प्रदेश अध्यक्ष अख्तरुल ईमान ने तीखा और स्पष्ट जवाब दिया।
उन्होंने कहा—
“गरीब की बीवी सबकी भाभी हो जाती है। हम लोग जब कमजोर पड़ते हैं तो सब ललचाई नज़र से देखते हैं। लेकिन हमें तोड़ने वाले खुद टूट जाएंगे.”
2020 की टूट का जिक्र — “इस बार हादसा नहीं होगा”
2020 में AIMIM को सीमांचल में 5 सीटें मिली थीं, लेकिन बाद में उसके 4 विधायक RJD में शामिल हो गए। इस बार उस घटना की पुनरावृत्ति पर सवाल पूछे जाने पर ईमान ने कहा—
“बार-बार हादसा नहीं होता है। हादसे से सबक लिया जाता है। इस बार चुन-चुनकर टिकट दिया गया है। हमारे मेंबर भी सबक ले चुके हैं। पिछली बार जो लोग चले गए थे, उनका क्या हाल हुआ, सब देख रहे हैं.”
सीमांचल में दूसरी बार सफलता — “लड़ाई जारी रहेगी”
सीमांचल में पार्टी के दोबारा मजबूत प्रदर्शन पर ईमान ने जनता को धन्यवाद दिया और कहा कि क्षेत्र के विकास की लड़ाई आगे भी जारी रहेगी।
विधानसभा अध्यक्ष प्रेम कुमार को AIMIM द्वारा मिले समर्थन पर उन्होंने कहा—
“आदमी तो संजीदा लगते हैं, नाम भी प्रेम है। अनुभव भी लंबा है। उम्मीद है कि सदन अच्छी तरह चलाएंगे.”
नीतीश कुमार पर AIMIM का रुख — “जहीन राजनेता हैं”
जब उनसे पूछा गया कि क्या नीतीश कुमार छोटे दलों को अपने साथ लेने के लिए प्रलोभन दे सकते हैं, तो ईमान ने कहा—
“नीतीश कुमार जहीन राजनेता हैं। उनके मन में कुछ न कुछ चलता रहता है।”
AIMIM ने नैतिक आधार पर नीतीश सरकार को समर्थन देने की बात कही। ईमान बोले—
“पहले भी शराबबंदी, जातीय गणना और सीमांचल की समस्याओं पर समर्थन दिया है। अब भी वही स्टैंड है।”
“हम यूनाइट हैं… हमारी मुट्ठी बंद है”
यदि नीतीश की ओर से मंत्री पद या किसी तरह का ऑफर आता है, इस पर AIMIM प्रदेश अध्यक्ष ने दो टूक कहा—
“हमें उनकी कोई जरूरत नहीं है और न कोई हमें ऑफर करने की हिम्मत करेगा। इस बार हम यूनाइट हैं और मुट्ठी बंद है.”


