रोहतास, बिहार।काराकाट थाना क्षेत्र के जोरावरपुर गांव के पास शनिवार शाम एक संदिग्ध सड़क दुर्घटना के बाद जन सुराज पार्टी के पोस्टर लगी बोलेरो से भारी मात्रा में शराब बरामद की गई। यह घटना तब सामने आई जब बोलेरो और एक ट्रक की आपस में टक्कर हो गई, और दोनों वाहन के चालक मौके से फरार हो गए।
टक्कर के बाद भागे वाहन चालक
स्थानीय ग्रामीणों ने जोरदार आवाज सुनकर जब दुर्घटनास्थल के पास पहुंचे, तो देखा कि बोलेरो वाहन पर जन सुराज पार्टी और प्रशांत किशोर के पोस्टर लगे थे। बोलेरो के भीतर झांकने पर लोगों ने शराब की बड़ी खेप देखी और तत्काल पुलिस को सूचना दी।
पुलिस ने की कार्रवाई, बोलेरो से 185 पैकेट शराब बरामद
काराकाट थाने की पुलिस ने मौके पर पहुंचकर बोलेरो और ट्रक दोनों को जब्त कर लिया। पुलिस ने बोलेरो की तलाशी के दौरान उसमें से ‘बंटी-बबली’ ब्रांड की 175 टेट्रा पैकेट और एक अन्य ब्रांड की 10 पैकेट शराब बरामद की। बिक्रमगंज के एसडीपीओ कुमार संजय ने इसकी पुष्टि करते हुए बताया कि जब्त शराब की जांच की जा रही है और गाड़ियों के मालिकों की पहचान की जा रही है।
पोस्टर वाली गाड़ी से शराब, कई सवाल खड़े
चूंकि बोलेरो पर जन सुराज पार्टी और प्रशांत किशोर की तस्वीरें लगी थीं, इसलिए इस मामले ने राजनीतिक रंग भी ले लिया है। यह अभी स्पष्ट नहीं हो पाया है कि यह गाड़ी पार्टी से संबंधित है या किसी ने पार्टी का नाम और पोस्टर ग़लत मंशा से इस्तेमाल किया है।
एसडीपीओ बोले – हर पहलू से की जा रही जांच
एसडीपीओ कुमार संजय ने कहा,
“हम यह जांच कर रहे हैं कि यह गाड़ी किसके नाम पर रजिस्टर्ड है, उसका पार्टी से कोई संबंध है या नहीं। शराबबंदी कानून के तहत कार्रवाई की जा रही है। दोषियों को जल्द गिरफ्तार किया जाएगा।”
शराबबंदी कानून पर फिर उठे सवाल
बिहार में पूर्ण शराबबंदी के बावजूद समय-समय पर इस तरह की घटनाएं सामने आती रही हैं। यह घटना एक बार फिर राज्य में शराब तस्करी के नेटवर्क और उसकी निगरानी व्यवस्था पर सवाल उठाती है।
इस घटना की निष्पक्ष जांच ज़रूरी है ताकि यह स्पष्ट हो सके कि राजनीतिक दलों के नाम का दुरुपयोग हुआ है या नहीं, और शराब की यह खेप कहां से और किसके इशारे पर लाई जा रही थी। जन सुराज पार्टी की ओर से इस पर कोई आधिकारिक प्रतिक्रिया फिलहाल सामने नहीं आई है।


