लखीसराय/बल्लभगढ़, 11 जून 2025।पारिवारिक कलह और गुस्से पर काबू न रख पाने की कमजोरी ने एक पूरे परिवार को ऐसा जख्म दे दिया जिसकी टीस परिजन ताउम्र महसूस करते रहेंगे। हरियाणा के बल्लभगढ़ में रहने वाले लखीसराय के बड़हिया निवासी मनोज महतो (40) ने मंगलवार को अपने चार मासूम बेटों के साथ गोल्डन टेंपल एक्सप्रेस ट्रेन के सामने कूदकर जान दे दी।
इस दर्दनाक हादसे में मौके पर ही पिता और चारों बच्चों की मौत हो गई। मृत बेटों में गोलू कुमार (10), कारू कुमार (9), छोटू कुमार (5) और छोटका (3) शामिल हैं।
ससुराल में रह रहा था परिवार
मूल रूप से जमुई के मंझवे गांव निवासी मनोज कुछ वर्षों से लखीसराय के बड़हिया नगर परिषद वार्ड नंबर दो स्थित ससुराल में पत्नी प्रीति कुमारी और बच्चों के साथ रह रहा था। काम के सिलसिले में वह हरियाणा के बल्लभगढ़ स्थित लक्ष्मण कॉलोनी में किराये के मकान में परिवार संग रहकर मेहनत-मजदूरी करता था।
पार्क घूमने के बहाने बच्चों को ले गया
पत्नी प्रीति कुमारी ने बताया कि मंगलवार को मनोज ने सभी बच्चों को पार्क में घुमाने चलने की बात कही। गर्मी ज्यादा होने के कारण प्रीति ने मना किया, मगर मनोज चारों बच्चों को लेकर घर से निकल गया। कुछ देर बाद ट्रेन से कटकर पांचों की मौत की सूचना आई।
परिजनों में मचा कोहराम
घटना की सूचना मिलते ही लखीसराय और बल्लभगढ़ में परिजनों के बीच कोहराम मच गया। मनोज की सास शोभा देवी बेहोश हो गईं। परिजन बल्लभगढ़ के लिए रवाना हो चुके हैं।
रेल पुलिस ने सभी शवों को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है।
कई सवाल छोड़ गई यह घटना
यह दर्दनाक घटना समाज और परिवार में बढ़ती मानसिक पीड़ा और गुस्से को काबू करने की जरूरत पर भी सवाल खड़े करती है।