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अयोध्या के भव्य राम मंदिर के गर्भ गृह में भगवान श्रीराम की श्याम वर्ण की मूर्ति की स्थापना की जाएगी। भगवान राम की बनाई गई तीन मूर्तियों में से एक मूर्ति का चुनाव होना था। अब इसका फैसला हो गया है। बताया जा रहा है कि श्याम वर्ण की दो मूर्तियां बनाई गई थी। इसमें से एक श्याम वर्ण की मूर्ति गर्भ गृह में स्थापित की जाएगी। भगवान श्रीराम श्याम वर्ण के थे इसलिए इस तरह की मूर्ति को स्थापित करने का फैसला किया गया है।

किसने बनाई है मूर्ति

मिली जानकारी के अनुसार, भगवान राम की पहली मूर्ति गणेश भट्ट ने बनाई थी। दूसकी सत्यनारायण पांडे ने बनाई थी। जबकि तीसरी मूर्ति अरुण योगीराज ने बनाई है। ट्रस्ट ने अरुण योगीराज की बनाई गई श्याम वर्ण की मूर्ति फाइनल की है। मंदिर के गर्भ गृह में दो मूर्ति रखी जाएगी। एक मूर्ति जो पहले टेंट में थी जिसकी अभी भी पूजा होती है। वहीं, दूसरी जो नई बनाई गई है। नई मूर्ति को दूर से भी दर्शन करने में आसानी होगी।

पुजारी सत्येंद्र दास ने दिया था संकेत

इससे पहले शुक्रवार को रामलला के मुख्य पुजारी सत्येंद्र दास ने इंडिया टीवी से बात करते हुए प्रभु श्रीराम की श्याम वर्ण की मूर्ति स्थापित करने का संकेत दिया था। इंडिया टीम से उन्होंने कहा कि हम ऐसी मूर्ति की प्रार्थना करते हैं जो श्याम रंग की है। क्योंकि हमारे प्रभु श्याम रंग के हैं।

22 जनवरी 2024 को होगी प्राण प्रतिष्ठा

बता दें कि अयोध्या में भव्य राम मंदिर बनकर लगभग तैयार हो चुका है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी मुख्य यजमान बनाए गए हैं। इसलिए पीएम मोदी के हाथ भगवान रामलला की प्राण प्रतिष्ठा होगा। प्राण प्रतिष्ठा का भव्य कार्यक्रम 22 जनवरी को होगा। इसके लिए कई धार्मिक गुरुओं, कई दिलों के नेताओं को भी न्यौता दिया गया है। कार्यक्रम में बड़ी संख्या में साधु-संत भी शामिल होंगे।

श्रीरामजन्म्भूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट की मीटिंग हुई थी

गर्भगृह में रामलला की मूर्ति को लेकर शुक्रवार को श्रीरामजन्म्भूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट की मीटिंग भी हुई थी। इस बैठक में मूर्ति के चुनाव को लेकर चर्चा की गई। मंदिर ट्रस्ट के सचिव चंपत राय ने कहा था कि भगवान राम को प्रतिबिंबित करने वाली 51 इंच ऊंची मूर्ति को तीन डिजाइनों में से चुना जाएगा। जिसमें सबसे अच्छी दिव्यता होगी और बच्चों जैसा नजरिया होगा, उसका चयन किया जाएगा।