पटना/रजौली: राजद से निष्कासन के बाद लालू प्रसाद यादव के बड़े बेटे तेज प्रताप यादव अब अपनी नई पार्टी जनशक्ति जनता दल (JJD) के साथ चुनावी मैदान में उतर चुके हैं। नवादा जिले के रजौली में आयोजित सभा में उन्होंने पहली बार खुलकर अपनी नाराज़गी और दर्द बयां किया।
तेज प्रताप ने कहा कि “जयचंदों की साजिश के तहत मुझे पार्टी से बाहर किया गया, लेकिन जनता ही असली मालिक है।”
“जिन्हें आगे बढ़ाया, वही जयचंद निकले” — तेज प्रताप
तेज प्रताप यादव ने राजद नेताओं पर सीधा हमला बोलते हुए उन्हें “बहुरूपिया” बताया।
उन्होंने कहा—
“हमने जिन लोगों को आगे बढ़ाया, उन्हीं में से कुछ जयचंद निकल गए और मुझे पार्टी व परिवार से बाहर करने की साजिश रच दी। लेकिन जनता के बीच आकर डरने की जरूरत नहीं लगती।”
तेज प्रताप ने दावा किया कि जनता उन्हें नई ताकत दे रही है और वे राजनीति में नई शुरुआत कर रहे हैं।
35 सीटों पर लड़ रही है JJD, महुआ से खुद मैदान में
तेज प्रताप की पार्टी JJD इस चुनाव में 35 उम्मीदवार उतार रही है।
वे खुद अपनी पुरानी सीट महुआ से चुनाव लड़ रहे हैं, जहां उनका मुकाबला राजद के वर्तमान विधायक मुकेश कुमार रोशन से है।
“लालू जी हमेशा कहते थे— जनता ही असली मालिक”
सभा में तेज प्रताप भावुक नजर आए। उन्होंने कहा कि उनके पिता लालू यादव उन्हें हमेशा यह समझाते थे कि—
“जब मन विचलित हो, जनता के बीच चले जाओ… वही असली मालिक है।”
तेज प्रताप ने कहा—
“जनता की ताकत ही मेरी पूंजी है। यहां आकर हर निराशा दूर हो जाती है।”
उन्होंने रजौली में JJD प्रत्याशी प्रकाशवीर के समर्थन में लोगों से आशीर्वाद देने की अपील की।
तेज प्रताप vs तेजस्वी का टकराव खुलकर सामने
तेज प्रताप और तेजस्वी यादव के बीच सियासी टकराव अब खुलकर सामने आ चुका है।
कुछ दिन पहले तेज प्रताप ने कहा था कि “तेजस्वी महुआ नहीं आ सकते।”
इसके तुरंत बाद तेजस्वी यादव ने महुआ में हेलीकॉप्टर से सभा कर पलटवार जैसा संदेश दे दिया।
तेज प्रताप ने सोशल मीडिया पर कटाक्ष करते हुए उसी दिन राघोपुर में दो सभाएँ कीं।
राबड़ी देवी का कहना — ‘बेटे को आशीर्वाद है, प्रचार नहीं कर सकती’
दोनों भाइयों के रिश्तों पर सवाल पूछे जाने पर राबड़ी देवी ने कहा—
“बेटा है, उसे आशीर्वाद है… लेकिन अलग पार्टी होने के कारण उसके लिए प्रचार नहीं कर सकती।”
हाल ही में एयरपोर्ट और एक मॉल में तेजस्वी और तेज प्रताप आमने-सामने आए, लेकिन दोनों ने एक-दूसरे से कोई बातचीत नहीं की।
सियासी गलियारों में चर्चा तेज
राजद से अलग होकर नई पार्टी बनाने से लेकर तेजस्वी से खुली टकराहट तक—
तेज प्रताप की यह जंग अब बिहार चुनाव का बड़ा मुद्दा बन चुकी है।
विशेषकर महुआ और आसपास के इलाकों में यह मुकाबला चर्चा का सबसे हॉट विषय है।


