मधुबनी, 3 नवंबर 2025
बिहार विधानसभा चुनाव के बीच केंद्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री अमित शाह ने सोमवार को मधुबनी जिले के खुटौना विधानसभा क्षेत्र में जनसभा को संबोधित किया। उन्होंने कहा कि “हमें बिहार को फिर से जंगलराज में जाने से बचाना है, इसलिए एनडीए को मजबूत सरकार देनी होगी।”
शाह ने कहा – यह भूमि कवि विद्यापति और कर्पूरी ठाकुर की है
अमित शाह ने कहा कि यह भूमि महान सारस्वत कवि विद्यापति और समाजवादी नेता कर्पूरी ठाकुर की है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कर्पूरी ठाकुर को भारत रत्न देकर मिथिला की माटी का सम्मान किया है।
उन्होंने आगे कहा, “अयोध्या में भव्य राम मंदिर का निर्माण हो चुका है और अब सीतामढ़ी के पुनौरा धाम में साढ़े 800 करोड़ रुपये की लागत से सीता माता का मंदिर बनने की शुरुआत हो गई है। यह बिहार और उत्तर प्रदेश दोनों के सांस्कृतिक उत्थान का प्रतीक है।”
परिवारवाद की राजनीति करने वालों पर साधा निशाना
गृह मंत्री ने विपक्ष पर तीखा हमला करते हुए कहा कि “लालू एंड कंपनी और सोनिया गांधी परिवारवाद की राजनीति चलाते हैं। लालू यादव अपने बेटे तेजस्वी को मुख्यमंत्री बनाना चाहते हैं और सोनिया गांधी अपने बेटे राहुल गांधी को प्रधानमंत्री बनाना चाहती हैं। लेकिन मैं सीता माता की इस भूमि से कहता हूं — न तेजस्वी मुख्यमंत्री बनेंगे और न राहुल गांधी प्रधानमंत्री बनेंगे।”
शाह ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी ने देश से आतंकवाद को खत्म करने की दिशा में ठोस कदम उठाए। “पहलगाम में हमारे यात्रियों को धर्म पूछकर मारा गया था, तब मोदी जी ने वादा किया था कि इसका बदला लिया जाएगा। सिर्फ 20 दिन में ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के तहत पाकिस्तान में घुसकर आतंकियों को मार गिराया गया।”
शाह बोले – लालू-राबड़ी के शासन में अपराध उद्योग बन गया था
अमित शाह ने कहा कि लालू-राबड़ी राज में बिहार में अपहरण, डकैती, फिरौती, लूट और हत्या के उद्योग चलाए गए। जबकि नीतीश कुमार और नरेंद्र मोदी की जोड़ी ने राज्य को विकास के पथ पर आगे बढ़ाया है।
उन्होंने कहा, “लालू यादव ने कभी मिथिला का सम्मान नहीं किया, जबकि प्रधानमंत्री मोदी ने मैथिली भाषा को संविधान की आठवीं अनुसूची में शामिल कराया, संविधान का मैथिली में अनुवाद कराया, मधुबनी पेंटिंग को जीआई टैग दिलाया और गायिका शारदा सिन्हा को पद्म विभूषण से सम्मानित किया।”
जनसभा में उमड़ा जनसैलाब
खुटौना में आयोजित इस जनसभा में लोगों की भारी भीड़ देखने को मिली। मंच पर शाह के साथ एनडीए के कई स्थानीय और राज्यस्तरीय नेता मौजूद रहे।
शाह ने अपने संबोधन के अंत में जनता से अपील की — “11 नवंबर को वोट जरूर करें और बिहार को फिर से अपराध और अराजकता के दौर में जाने से बचाएं।”


