सासाराम (रोहतास): बिहार विधानसभा चुनाव के बीच राज्य में लगातार हो रही हत्याओं से सियासी माहौल गरमाता जा रहा है। मोकामा में दुलारचंद यादव की हत्या का मामला अभी ठंडा भी नहीं पड़ा था कि अब रोहतास जिले के नौहट्टा थाना क्षेत्र में कांग्रेस कार्यकर्ता वीर कमलेश सिंह का शव मिलने से सनसनी फैल गई है।
कैसे मिली लाश — पानी भरे गड्ढे में पड़ा मिला शव
घटना कर्मडीहा गांव की है, जहां पानी भरे गड्ढे में एक व्यक्ति का शव संदिग्ध परिस्थितियों में मिला। सूचना मिलते ही इलाके में हड़कंप मच गया। एसडीपीओ-2 कुमारी वंदना पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंचीं और जांच शुरू की।
मृतक की पहचान टीपा गांव निवासी पारस सिंह के 63 वर्षीय पुत्र वीर कमलेश सिंह के रूप में हुई है। बताया जा रहा है कि वह कांग्रेस पार्टी के सक्रिय कार्यकर्ता थे और कल शाम से घर नहीं लौटे थे।
परिजनों ने हत्या का आरोप लगाया
मृतक के भाई राणा प्रताप सिंह ने पुलिस पर सवाल उठाते हुए कहा,
“कमलेश कांग्रेस का कार्यकर्ता था। उसकी राजनीतिक द्वेष में हत्या कर शव फेंक दिया गया। दोषियों की तत्काल गिरफ्तारी होनी चाहिए।”
परिजनों का कहना है कि यह साफ तौर पर हत्या का मामला है, जिसे दुर्घटना बताकर दबाने की कोशिश की जा रही है।
मौके से मोबाइल बरामद, शरीर पर नहीं मिले जख्म के निशान
पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए सासाराम सदर अस्पताल भेज दिया है।
एसडीपीओ कुमारी वंदना ने बताया,
“मृतक कल से घर से लापता था। वह नशे की लत का शिकार था और अक्सर घर से बाहर रहता था। मौके से उसका मोबाइल फोन बरामद हुआ है। प्रथम दृष्टया शरीर पर कोई चोट के निशान नहीं मिले हैं।”
उन्होंने कहा कि पुलिस सभी बिंदुओं पर छानबीन कर रही है और पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही मौत का कारण स्पष्ट होगा।
“सभी कोणों से जांच जारी” — पुलिस का बयान
एसडीपीओ ने आगे कहा,
“पानी भरे गड्ढे के पास से शव मिला है। मृतक का मोबाइल भी वहीं से बरामद किया गया है। फिलहाल यह कहना जल्दबाज़ी होगी कि यह हत्या है या हादसा। पुलिस हर एंगल से जांच कर रही है।”
चुनावी माहौल में बढ़ते अपराध पर उठ रहे सवाल
बिहार में विधानसभा चुनाव के बीच लगातार हो रही हत्याओं ने कानून-व्यवस्था पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं।
हाल ही में मोकामा में दुलारचंद यादव की हत्या मामले में पुलिस ने जेडीयू प्रत्याशी अनंत सिंह को गिरफ्तार किया था। अब रोहतास में कांग्रेस कार्यकर्ता की मौत ने राजनीतिक हलकों में नई बहस छेड़ दी है।


