पटना: बिहार विधानसभा चुनाव के पहले चरण के मतदान से ठीक चार दिन पहले राज्य की सियासत चरम पर है। जनशक्ति जनता दल (जजद) के राष्ट्रीय अध्यक्ष और पूर्व मंत्री तेज प्रताप यादव ने शुक्रवार को पटना में मीडिया से बातचीत के दौरान कई मुद्दों पर तीखे बयान दिए। उन्होंने अनंत सिंह की गिरफ्तारी, पीएम मोदी के रोड शो, तेजस्वी यादव के शपथ ग्रहण दावे और अखिलेश यादव के बयान पर खुलकर प्रतिक्रिया दी।
अनंत सिंह की गिरफ्तारी पर बोले तेज प्रताप — “अपराधी है तो कार्रवाई होगी”
मोकामा से निर्दलीय उम्मीदवार अनंत सिंह की गिरफ्तारी पर तेज प्रताप यादव ने कहा,
“जिसकी छवि अपराधी की है और जिन पर इतने क्रिमिनल केस हैं, उसकी गिरफ्तारी होना स्वाभाविक है। कानून सबके लिए समान है।”
उन्होंने कहा कि ऐसे लोगों को कानून के दायरे में रहना चाहिए। बता दें, अनंत सिंह पर हत्या, अपहरण सहित 70 से अधिक मामले दर्ज हैं और वे 2020 में जेल से चुनाव जीत चुके हैं।
पीएम मोदी के रोड शो पर बोले — “लोकतंत्र में सबका स्वागत है”
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के लगातार रोड शो पर तेज प्रताप ने कहा,
“चुनाव है तो सब लोग आएंगे। हर कोई अपना काम कर रहा है। जनता सब देख रही है, यही लोकतंत्र की खूबसूरती है।”
गौरतलब है कि पीएम मोदी ने पिछले दो दिनों में पटना, गया और मुजफ्फरपुर में रोड शो कर एनडीए प्रत्याशियों के समर्थन में माहौल बनाया।
तेजस्वी यादव पर तंज — “सरकार बनी नहीं, और शपथ की बात कर रहे हैं”
तेजस्वी यादव के उस बयान पर कि “18 नवंबर को मैं मुख्यमंत्री पद की शपथ लूंगा”, तेज प्रताप ने मुस्कुराते हुए कहा,
“अभी सरकार बनी नहीं है, और शपथ की बात हो रही है। कहने के लिए लोग कुछ भी कह सकते हैं। बयानबाजी से सरकार नहीं बनती, जनादेश चाहिए।”
यह बयान राजनीतिक गलियारों में चर्चा का विषय बना हुआ है, क्योंकि दोनों भाइयों के बीच तनावपूर्ण रिश्ते पहले से ही सामने आते रहे हैं।
अखिलेश यादव पर तंज — “दीवार फांदने वाले क्या बोलेंगे?”
समाजवादी पार्टी अध्यक्ष अखिलेश यादव द्वारा नीतीश कुमार को “चुनावी दूल्हा” कहने पर तेज प्रताप ने पलटवार किया,
“अखिलेश यादव तो बाउंड्री फांद जाते हैं, गेट फांद जाते हैं। ऐसे दीवार फांदने वाले लोग क्या बोलेंगे?”
उनका यह तंज अखिलेश के लखनऊ में दीवार फांदने वाले पुराने वाकये पर था।
सुरक्षा की मांग और ‘जयचंद’ का इशारा
महनार में हुई पत्थरबाजी की घटना पर तेज प्रताप ने कहा,
“हमारे साथ महनार में जो हुआ, वह गंभीर है। हम केंद्र सरकार से सुरक्षा की मांग कर रहे हैं। इसमें हमारे विरोधियों या जयचंदों का हाथ हो सकता है।”
उन्होंने एक बार फिर गठबंधन के भीतर “जयचंद” नेताओं का जिक्र किया, जो अप्रत्यक्ष रूप से तेजस्वी यादव के सहयोगियों पर निशाना था।
तेज प्रताप की नई राजनीतिक राह
तेज प्रताप यादव ने 2024 में आरजेडी से अलग होकर जनशक्ति जनता दल (जजद) का गठन किया और महागठबंधन से दूरी बना ली। उनकी पार्टी इस चुनाव में 12 सीटों पर अकेले मैदान में है, जिनमें हाजीपुर भी शामिल है — जो कभी लालू यादव का गढ़ माना जाता था।
एडीआर की रिपोर्ट के अनुसार, तेज प्रताप की घोषित संपत्ति 2020 के मुकाबले 40% बढ़कर 1.8 करोड़ रुपये हो गई है।
राज्य की राजनीतिक तस्वीर
वहीं, उनके भाई तेजस्वी यादव महागठबंधन के मुख्यमंत्री चेहरे हैं। इंडिया गठबंधन में कांग्रेस, वामदल और वीआईपी पार्टी उनके साथ हैं। दूसरी ओर, मुख्यमंत्री नीतीश कुमार एनडीए के नेतृत्व में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ प्रचार में जुटे हैं।
6 नवंबर को पहले चरण में 121 सीटों पर मतदान होना है, जिनमें पटना साहिब, मोकामा और हाजीपुर जैसी हॉट सीटें शामिल हैं।


