मधेपुरा/सहरसा/मुंगेर | 3 नवंबर 2025: मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने रविवार को मधेपुरा, सहरसा और मुंगेर जिलों में आयोजित चुनावी सभाओं को संबोधित करते हुए कहा कि 24 नवंबर 2005 को जब उनकी सरकार बनी, तभी से बिहार में कानून का राज स्थापित हुआ और विकास की नई धारा शुरू हुई।
मधेपुरा शहर के रासबिहारी हाई स्कूल मैदान में आयोजित सभा में मुख्यमंत्री ने कहा, “2005 से पहले बिहार की स्थिति क्या थी, यह सभी जानते हैं। शाम ढलने के बाद लोग घरों से निकलने से डरते थे। हमारी सरकार ने स्वास्थ्य, शिक्षा और सड़क जैसे बुनियादी क्षेत्रों में ऐतिहासिक सुधार किया है।”
मुंगेर के हवेली खड़गपुर स्थित आरएसके उच्च विद्यालय मैदान में मुख्यमंत्री ने कहा कि “हमारी सरकार में बीपीएससी से 2.58 लाख सरकारी शिक्षकों की नियुक्ति की गई, जबकि कुल 5.20 लाख से अधिक शिक्षकों की बहाली की गई।”
उन्होंने बिना नाम लिये विपक्ष पर तंज कसते हुए कहा कि “कुछ लोग आज तक केवल अपने परिवार और पत्नी के लिए काम करते रहे, हमने पूरे बिहार के विकास के लिए काम किया है।”
नीतीश कुमार ने कहा कि “अगले पांच सालों में एक करोड़ युवाओं को नौकरी और रोजगार देने का लक्ष्य है। देश में महिला पुलिस बल की सबसे ज्यादा संख्या बिहार में है।”
उन्होंने बताया कि शहरी क्षेत्र में 3.85 लाख जीविका दीदी स्वयं सहायता समूहों से जुड़ी हैं, जो आत्मनिर्भर बिहार की मिसाल हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि “केंद्र सरकार के सहयोग से बिहार आज विकास की नई ऊंचाइयों को छू रहा है। वृद्धजन और दिव्यांगों की पेंशन बढ़ाकर 1100 रुपये प्रति माह कर दी गई है। 2018 तक हर घर में बिजली पहुंचा दी गई और अब 125 यूनिट बिजली मुफ्त दी जा रही है।”
सहरसा के नवहट्टा और सोनवर्षा में आयोजित सभाओं में नीतीश कुमार ने दावा किया कि आने वाले वर्षों में “बिहार देश का सबसे विकसित राज्य बनेगा और राष्ट्र की प्रगति में अग्रणी भूमिका निभाएगा।”


