छपरा: भोजपुरी सुपरस्टार और राजद प्रत्याशी खेसारी लाल यादव ने शनिवार को ब्रह्मपुर में जनसंपर्क अभियान के दौरान एनडीए सरकार पर जमकर हमला बोला। उन्होंने खुद को नेता नहीं बल्कि छपरा का बेटा बताते हुए कहा कि उनका उद्देश्य सिर्फ राजनीति करना नहीं, बल्कि छपरा को बदलना है।
खेसारी ने कहा —
“मैं नेता नहीं, छपरा का बेटा हूं। राजनीति मेरा पेशा नहीं है। मैं छपरा को बदलने आया हूं। एक बार छपरा बदल दूं, फिर राजनीति से दूर हो जाऊंगा।”
निरहुआ के बयान पर करारा जवाब
खेसारी लाल यादव ने भाजपा के पूर्व सांसद निरहुआ के “यादव-मुल्ला” बयान पर भी तीखा पलटवार किया। उन्होंने कहा —
“क्या मुसलमानों को यहां रहने का अधिकार नहीं है? बिहार एकता और भाईचारे की धरती है। धर्म के नाम पर किसी को बांटना अब और नहीं चलेगा।”
उन्होंने कहा कि बिहार की पहचान धर्म, जाति या नफरत से नहीं, बल्कि एकता और सम्मान से बनती है।
गीत से भरा जोश, युवाओं से की अपील

सभा के दौरान खेसारी ने अपना मशहूर गीत “लालू बिना चालू ई बिहार ना होई” गाकर माहौल को जोशीला बना दिया। समर्थकों ने नारे और तालियों से उनका उत्साहवर्धन किया।
उन्होंने कहा कि अगर राजद की सरकार बनी तो युवाओं को रोजगार और बेटियों को सुरक्षा और अवसर मिलेंगे।
“हम सब नून-रोटी खाएंगे, लेकिन जिंदगी संग ही बिताएंगे,” — खेसारी ने कहा।
प्रधानमंत्री मोदी पर भी साधा निशाना

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को घेरते हुए खेसारी ने कहा —
“बीस साल पहले गुजरात भी बिहार जैसा था, फिर बिहार में उद्योग क्यों नहीं लगे? आखिर बिहार का क्या कसूर है?”
उन्होंने आरोप लगाया कि एनडीए सरकार ने सिर्फ वायदे किए हैं, लेकिन जमीनी स्तर पर कोई बदलाव नहीं हुआ।
“पिछले 20 सालों में बिहार का विकास सिर्फ भाषणों तक सीमित रहा है,” — उन्होंने कहा।
“हर क्षेत्र में नंबर वन रहा हूं, अब राजनीति में भी साबित करूंगा”

खेसारी ने कहा कि वे राजनीति में भले नए हैं, लेकिन जनता के विश्वास से छपरा को नए मॉडल के रूप में विकसित करना चाहते हैं।
“हर क्षेत्र में नंबर वन रहा हूं, अब राजनीति में भी नंबर वन साबित होकर दिखाऊंगा।”
सभा के अंत में जगह-जगह फूल-मालाओं से उनका स्वागत किया गया। उन्होंने युवाओं से अपील की कि ईमानदारी और नये विचारों के साथ राजनीति में हिस्सा लें।
“बिहार की असली तस्वीर तभी बदलेगी जब युवा जिम्मेदारी से राजनीति में भागीदारी निभाएंगे,” — खेसारी ने कहा।


