पटना: बिहार की सियासत में एक बार फिर हलचल मच गई है। चर्चित दुलारचंद यादव हत्याकांड में मोकामा से जदयू प्रत्याशी और पूर्व विधायक अनंत सिंह की गिरफ्तारी ने राज्य की राजनीति में गर्मी बढ़ा दी है।
शनिवार की देर रात पटना एसएसपी कार्तिकेय शर्मा के नेतृत्व में भारी पुलिस बल ने मोकामा पहुंचकर अनंत सिंह को उनके आवास से गिरफ्तार किया। गिरफ्तारी के समय अनंत सिंह सो रहे थे, पुलिस ने उन्हें जगाया और हिरासत में ले लिया। इसके बाद उन्हें सीधे पटना सीजेएम कोर्ट में पेश किया गया, जहां से न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया।
दुलारचंद यादव मर्डर केस में हुई गिरफ्तारी
सूत्रों के मुताबिक, अनंत सिंह की गिरफ्तारी राजद नेता दुलारचंद यादव की हत्या के मामले में की गई है।
पटना पुलिस ने बताया कि हत्या की रात अनंत सिंह की मौजूदगी के पुख्ता साक्ष्य मिले हैं। इसी आधार पर यह कार्रवाई की गई है।
यह घटना मोकामा इलाके में हुई थी और अब इस हाई-प्रोफाइल केस की जांच के लिए सीआईडी की विशेष टीम गठित कर दी गई है।
इस ऑपरेशन में मोकामा, बाढ़, घोसवरी, हथीदह और भदौर थाना क्षेत्रों की पुलिस के साथ-साथ केंद्रीय अर्धसैनिक बलों के करीब 150 जवान शामिल थे।
दिनभर प्रचार, रात में गिरफ्तारी
गौर करने वाली बात यह है कि गिरफ्तारी से कुछ घंटे पहले तक अनंत सिंह अपने विधानसभा क्षेत्र में चुनाव प्रचार कर रहे थे।
दिनभर वे समर्थकों के साथ गांव-गांव घूमते रहे, लेकिन देर रात अचानक हुई इस पुलिस कार्रवाई ने सभी को चौंका दिया।
एसएसपी कार्तिकेय शर्मा खुद इस पूरे ऑपरेशन की कमान संभाले हुए थे।
पुलिस टीम ने बिना किसी हंगामे के उन्हें हिरासत में लिया और इलाके में सुरक्षा व्यवस्था कड़ी कर दी ताकि कोई अप्रिय घटना न हो।
गिरफ्तारी के बाद वायरल हुआ अनंत सिंह का पोस्ट
गिरफ्तारी के कुछ घंटे बाद ही अनंत सिंह का एक पोस्ट एक्स (पूर्व ट्विटर) पर वायरल हुआ।
उन्होंने लिखा —
“सत्यमेव जयते!! मुझे मोकामा की जनता पर पूर्ण भरोसा है, इसलिए अब चुनाव मोकामा की जनता लड़ेगी।”
यह पोस्ट सोशल मीडिया पर तेजी से फैल गया और राजनीतिक हलकों में चर्चा का विषय बन गया।
जहां उनके समर्थक इसे “राजनीतिक साजिश” बता रहे हैं, वहीं विपक्ष इसे “कानूनी कार्रवाई” करार दे रहा है।
कौन थे दुलारचंद यादव?
दुलारचंद यादव स्थानीय स्तर पर राजद के प्रभावशाली नेता माने जाते थे।
उनकी हत्या के बाद मोकामा और आसपास के क्षेत्रों में तनाव का माहौल बन गया था।
पुलिस जांच के दौरान कई नाम सामने आए थे, जिनमें अनंत सिंह का नाम भी शामिल था।
अब उनकी गिरफ्तारी के बाद उम्मीद की जा रही है कि जांच की गति तेज होगी।
चुनाव से पहले बड़ा सियासी झटका
बिहार विधानसभा चुनाव से ठीक पहले अनंत सिंह की गिरफ्तारी को राजनीतिक समीकरणों पर बड़ा असर डालने वाला कदम माना जा रहा है।मोकामा में अनंत सिंह की लंबे समय से मजबूत पकड़ रही है, और उनकी गिरफ्तारी से समर्थकों में नाराजगी देखी जा रही है।
अब यह देखना दिलचस्प होगा कि इस कार्रवाई का असर जदयू और एनडीए के चुनाव प्रचार पर कितना पड़ता है।
फिलहाल, बिहार की सियासत में यह घटना एक बड़ा टर्निंग पॉइंट मानी जा रही है।