नई दिल्ली / भागलपुर। केंद्रीय रेल, सूचना एवं प्रसारण तथा इलेक्ट्रॉनिक्स एवं सूचना प्रौद्योगिकी मंत्री श्री अश्विनी वैष्णव ने आज वर्चुअल माध्यम से सोनिक एकीकृत लॉजिस्टिक्स हब का उद्घाटन किया और दो नई डोर-टू-डोर माल ढुलाई एवं पार्सल सेवाओं को झंडी दिखाकर रवाना किया।
केंद्रीय मंत्री ने कहा कि डोर-टू-डोर सेवाएँ देश के लिए अत्यंत आवश्यक हैं, क्योंकि ये लॉजिस्टिक्स दक्षता बढ़ाएंगी और लागत में उल्लेखनीय कमी लाएंगी। उन्होंने बताया कि अब उद्योग बिना पूरी रेक भरे, केवल आवश्यक संख्या में कंटेनर अपने गंतव्य तक भेज सकेंगे।
सोनिक में स्थापित यह एकीकृत लॉजिस्टिक्स हब उर्वरक, खाद्यान्न, सीमेंट और ट्रैक्टर सहित विभिन्न वस्तुओं के लिए डोर-टू-डोर और निर्बाध कार्गो आवाजाही की सुविधा प्रदान करेगा। मंत्री ने यह भी कहा कि किसानों तक सस्ते दामों पर ट्रैक्टर पहुँचाने की सुविधा शुरू की गई है।
रेलवे बोर्ड के अध्यक्ष और सीईओ श्री सतीश कुमार ने बताया कि डोर-टू-डोर डिलीवरी पहल में रेल-आधारित लॉजिस्टिक्स में एक नया मॉडल तैयार हुआ है, जिसमें माल सीधे गोदाम या कारखाने से उठाकर अंतिम गंतव्य तक पहुँचाया जाएगा। यह पहल भारतीय रेलवे को केवल माल परिवहन सेवा से पूर्ण लॉजिस्टिक्स सेवा प्रदाता बनने की दिशा में अग्रसर करती है।
नई सेवाओं का विवरण
- सुनिश्चित ट्रांजिट कंटेनर सेवा (दिल्ली – कोलकाता)
- द्वि-साप्ताहिक प्रस्थान (बुधवार और शनिवार)
- मार्ग: दिल्ली – आगरा – कानपुर – कोलकाता
- ट्रांसपोर्ट समय: 120 घंटे सुनिश्चित
- डिजिटल बुकिंग: कॉनकॉर ई-लॉजिस्टिक्स ऐप के माध्यम से
- डोर-टू-डोर रेल पार्सल सेवा (मुंबई – कोलकाता)
- सड़क परिवहन की तुलना में 7.5% लागत बचत और 30% तेज़ आवागमन
- प्रमुख ग्राहक: कैस्ट्रॉल इंडिया, वीआईपी इंडस्ट्रीज, गोदरेज एंड बॉयस, नेस्ले आदि
- बुनियादी ढांचा: 5400 सीएफटी कार्गो भंडारण सुविधा
- एकीकृत लॉजिस्टिक्स हब (सोनिक, लखनऊ मंडल)
- कानपुर और लखनऊ के औद्योगिक क्षेत्रों की लॉजिस्टिक्स आवश्यकताओं को पूरा करेगा
- कंटेनर कॉर्पोरेशन ऑफ इंडिया (कॉनकॉर) द्वारा संचालन
- डोर-टू-डोर सेवाएँ और इन्वेंट्री प्रबंधन की सुविधा
केंद्रीय मंत्री ने कहा कि यह पहल भारतीय रेलवे को आधुनिक लॉजिस्टिक्स सेवा प्रदाता के रूप में विकसित करने की दिशा में एक बड़ा कदम है और इससे किसानों, उद्योगपतियों और व्यापारियों को सीधा लाभ मिलेगा।


