NDA में तालमेल मजबूत, चिराग पासवान बोले- मोदी के सामने मुझे सम्मान की चिंता नहीं

पटना/दिल्ली: बिहार विधानसभा चुनाव 2025 के मद्देनज़र NDA में सीट बंटवारे को लेकर महत्वपूर्ण चर्चा आज अंतिम चरण में पहुंच गई है। सूत्रों के मुताबिक, बीजेपी ने देर रात लोजपा अध्यक्ष चिराग पासवान से 23 सीटों पर सहमति फाइनल कर ली है। अब बाकी सीटों पर फाइनल बातचीत आज जीतन राम मांझी और उपेंद्र कुशवाहा के साथ होने की संभावना है।


दिल्ली में हुई अहम बैठक

दिल्ली में आज शुक्रवार को चिराग पासवान और BJP के वरिष्ठ नेता नित्यानंद राय के बीच आधे घंटे की बैठक हुई। बैठक के बाद मीडिया से बातचीत में चिराग पासवान ने कहा:

“सीट शेयरिंग को लेकर बातचीत अब अंतिम दौर में है। हमलोग सब चीजें पहले ही क्लियर कर ले रहे हैं। अब केवल अंतिम निर्णय बाकी है।”

चिराग ने यह भी कहा कि जहां उनके प्रधानमंत्री मोदी हैं, वहां उन्हें अपने सम्मान के बारे में चिंता करने की जरूरत नहीं है। इससे साफ संकेत मिला कि उनकी डिमांड का सम्मान किया गया है और गठबंधन में उनकी स्थिति मजबूत है।


BJP का दृष्टिकोण

नित्यानंद राय ने बैठक के बाद कहा:

“जल्द ही सारी बातें फाइनल हो जाएंगी।”

बैठक सकारात्मक रही और दोनों पक्षों ने सहमति का मार्ग साफ कर दिया। राजनीतिक हलकों में यह संकेत माना जा रहा है कि सीट बंटवारे का मसला अब अंतिम चरण में है।


सीट बंटवारे का प्रारंभिक फॉर्मूला

सूत्रों के अनुसार, चिराग पासवान को 23 सीटें मिलने की संभावना है और उन्हें उच्च सदन में भी जगह देने का भरोसा दिया गया है। इसके अलावा जीतन राम मांझी और उपेंद्र कुशवाहा के हिस्से की सीटों पर आज फाइनल चर्चा होगी।

विशेषज्ञों का मानना है कि NDA के भीतर सामंजस्य बिहार विधानसभा चुनाव 2025 में गठबंधन की रणनीति को मजबूत करने में अहम भूमिका निभाएगा।


राजनीतिक महत्व

राजनीतिक विश्लेषकों के अनुसार, यह बैठक यह दिखाती है कि गठबंधन में सभी दल अपने हितों और संतुलन को बनाए रखने के लिए गंभीर प्रयास कर रहे हैं। यदि सीट बंटवारा समय पर फाइनल हो जाता है, तो NDA की चुनावी रणनीति और अधिक प्रभावशाली होगी।

बैठक का समय भी महत्वपूर्ण था, क्योंकि नामांकन प्रक्रिया जल्द ही शुरू होने वाली है। इस स्थिति में स्पष्टता और सहमति होना जरूरी था।


 

WhatsApp Channel VOB का चैनल JOIN करें
  • Related Posts

    बिहार में अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई तेज, अश्विनी चौबे ने सरकार को दी नसीहत—“पहले रैन बसेरा बनाइए, फिर गरीबों को हटाइए, अन्याय बर्दाश्त नहीं”

    Continue reading