सभी 38 जिलों में खरीफ फसलों का डेटा होगा डिजिटल, कृषि योजनाओं को मिलेगा नया आधार
पटना, 15 सितंबर 2025।बिहार अब उन राज्यों में शामिल हो चुका है जहां फसलों की स्थिति का रियल-टाइम डिजिटल डाटा उपलब्ध है। कृषि विभाग ने राज्य के सभी 38 जिलों में खरीफ फसलों का डिजिटल सर्वे शुरू किया है। इस पहल से यह स्पष्ट जानकारी मिल रही है कि किस जिले में कितने क्षेत्रफल में कौन-सी फसल उगाई जा रही है।
1.99 करोड़ से अधिक प्लॉट का सर्वे
विभागीय जानकारी के अनुसार, खरीफ 2025-26 में करीब 1 करोड़ 99 लाख से अधिक प्लॉट का डिजिटल क्रॉप सर्वे किया जा रहा है। इसके बाद 38 जिलों के 30,652 से अधिक गांवों में उगाई गई फसलों का पूरा डाटा ऑनलाइन उपलब्ध होगा। इससे न केवल फसलों की रियल टाइम मॉनिटरिंग संभव होगी बल्कि कृषि नीति निर्माण में भी बड़ी मदद मिलेगी।
किसानों को सीधा लाभ
राज्य सरकार की योजनाबद्ध नीतियों, आधुनिक तकनीक के समावेश और किसानों को केंद्र में रखकर बनाई गई रणनीतियों ने बिहार की कृषि प्रणाली को पारंपरिक ढांचे से निकालकर आधुनिक और लाभकारी बनाया है।
डिजिटल सर्वे से यह पता लगाया जा सकेगा कि कौन-सी फसल कहां कितनी मात्रा में हो रही है, जिससे समय पर बीज, खाद और सिंचाई की व्यवस्था सुनिश्चित हो सके।
डिजिटल कृषि निदेशालय का गठन
कृषि में तकनीकी बदलाव की दिशा में बड़ा कदम है राज्य सरकार द्वारा स्थापित डिजिटल कृषि निदेशालय, जो अपने तरह का देश का पहला निदेशालय है।
इसके जरिए:
- डिजिटल क्रॉप सर्वे
- उपग्रह आधारित आंकड़े
- ड्रोन तकनीक
- मोबाइल एप्स
- ई-गवर्नेंस टूल्स
का उपयोग कर किसानों को सटीक, तेज और पारदर्शी सेवाएं उपलब्ध कराई जा रही हैं।
पैदावार में बढ़ोतरी, किसान हो रहे खुशहाल
आधुनिक तकनीक और डिजिटल मॉनिटरिंग के कारण बिहार में कृषि उत्पादन लगातार बढ़ रहा है। इसका सीधा असर किसानों की आमदनी पर दिख रहा है और वे अधिक आत्मनिर्भर और खुशहाल हो रहे हैं।


