किशनगंज, 4 अगस्त 2025 — बिहार के किशनगंज से आई इस सनसनीखेज खबर ने हर किसी को हिला कर रख दिया है! मदरसे के पीछे मैदान में जब एक मासूम का खून से लथपथ शव बरामद हुआ तो इलाके में दहशत फैल गई। लेकिन पुलिस ने तेजी दिखाते हुए महज 48 घंटे के अंदर इस दिल दहला देने वाले हत्याकांड का पर्दाफाश कर दिया है। चौंकाने वाली बात ये है कि हत्या किसी बाहरी या अपराधी ने नहीं, बल्कि दो नाबालिग लड़कों ने मिलकर की थी, जिनका चेहरा तक लोग मासूमियत से पहचानते थे।
क्या है पूरी वारदात?
2 अगस्त को दोपहर 12:05 बजे, किशनगंज थाना क्षेत्र के मोतिहारा मदरसा के पीछे मैदान में एक बच्चे की लाश संदिग्ध हालत में मिली। मौके पर पहुंची पुलिस ने जब छानबीन शुरू की तो मामला धीरे-धीरे खौफनाक मोड़ लेने लगा। शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया और जांच के लिए विशेष टीम का गठन किया गया।
पुलिस ने मानवीय और तकनीकी दोनों स्तर पर जांच को आगे बढ़ाया और तह तक पहुंचते हुए दो विधि-विरुद्ध बालकों को हिरासत में ले लिया।
मर्डर प्लान था किसी और का, मारा किसी और को!
हैरान करने वाली बात ये है कि दोनों नाबालिगों ने पूछताछ में बताया कि उन्होंने जिस छात्र की हत्या की, वो उनका असली निशाना नहीं था! असल में उनका प्लान किसी और को खत्म करने का था, लेकिन मौके पर दूसरा बच्चा आ गया और भूल सुधारने के बजाय मासूम की गला रेतकर हत्या कर दी गई।
घटना में प्रयुक्त चाकू और दोनों बालकों के खून से सने कपड़े भी पुलिस ने बरामद कर लिए हैं। पूछताछ में दोनों ने अपराध कबूल लिया है।
शहर सहमा, स्कूल प्रबंधन चुप, अभिभावकों में खौफ
इस वारदात के बाद मदरसा और आसपास के इलाके में सन्नाटा पसरा है। बच्चों के अभिभावक स्तब्ध हैं कि इतनी कम उम्र के बच्चों के मन में कैसे आ गया ये खून-खराबा करने का ख्याल?
पुलिस ने दोनों नाबालिगों को किशोर न्याय परिषद के हवाले कर दिया है। लेकिन सवाल यह है कि क्या अब स्कूलों में भी दोस्ती के नाम पर दुश्मनी की जमीन तैयार हो रही है?
पुलिस की तेज़ी से खुला पूरा राज!
किशनगंज पुलिस की सतर्कता और तत्परता ने साबित कर दिया कि अगर सिस्टम चाहे तो 48 घंटे में सच्चाई सामने लाई जा सकती है। अब पुलिस इस मामले की मनोवैज्ञानिक पड़ताल भी कर रही है कि आखिर दो नाबालिगों को इस कदर हिंसक बनने के लिए क्या उकसाया?


