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उपेंद्र कुशवाहा को फिर सताने लगी नीतीश कुमार की याद, दे दिया है बड़ा संकेत, बीजेपी को भी दे डाली ये सलाह…

BySumit ZaaDav

सितम्बर 24, 2023
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पटना: आगामी लोकसभा चुनाव को लेकर उपेन्द्र कुशवाहा की पार्टी राष्ट्रीय लोक जनता दल ने तैयारियां शुरू कर दी है। पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष उपेन्द्र कुशवाहा ने आज व्यावसायिक प्रकोष्ठ की बैठक के दौरान बड़ा बयान दिया है और नीतीश कुमार के साथ-साथ आरजेडी पर तीखा निशाना साधा है।

राष्ट्रीय लोक जनता दल के सुप्रीमो उपेन्द्र कुशवाहा ने सवालिया लहजे में कहा कि बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार आखिरकार बिहार को कहां ले जाना चाहते हैं। उपेन्द्र कुशवाहा ने बड़ा सियासी खुलासा करते हुए कहा कि नीतीश कुमार ने जब आरजेडी के साथ हाथ मिलाने का फैसला लिया था, तब मैंने उनसे बात की थी और रोकने की कोशिश की थी।

उपेन्द्र कुशवाहा ने कहा कि उस वक्त मैंने नीतीश कुमार को कहा था कि आपके इस फैसले से आपकी पार्टी बर्बाद हो जाएगी। जेडीयू का अस्तित्व खत्म हो जाएगा। उपेन्द्र कुशवाहा ने कहा कि लेकिन नीतीश कुमार ने मेरी बात नहीं मानी। आरजेडी के साथ गठबंधन के बाद जेडीयू का अस्तित्व समाप्त हो जाएगा। जेडीयू को अब कोई नहीं बचा सकता है। नीतीश कुमार आखिर बिहार को कहां ले जाना चाहते हैं।

उपेन्द्र कुशवाहा ने हुंकार भरते हुए कहा कि लालू प्रसाद की पार्टी आरजेडी के साथ कभी उपेन्द्र कुशवाहा खड़ा नहीं हो सकता है। अगर बिहार में आरजेडी की पूर्ण सत्ता आ गयी तो सबसे अधिक व्यवसायियों को परेशानी होने वाली है। इसके साथ ही उपेन्द्र कुशवाहा ने कहा कि हम एनडीए में हैं। आगामी लोकसभा चुनाव में एनडीए को 40 सीटों पर जीत मिले, इसको ध्यान में रखते हुए काम करना है।

महिला आरक्षण बिल पर उपेन्द्र कुशवाहा के सुर बदले नज़र आए। उपेन्द्र कुशवाहा ने भी कोटे के अंदर कोटा की मांग कर दी और कहा कि अति पिछड़ा समाज से आने वाली महिलाओं को भी आरक्षण का लाभ मिलना चाहिए। राष्ट्रीय लोक जनता दल को जब मौका मिलेगा तो जरूर अतिपिछड़ा समाज की महिलाओं को आरक्षण देने का काम करेंगे। भारत सरकार के पास वक्त है, इसपर विचार कर फैसला ले सकते हैं।

लैंड फॉर जॉब मामले में समन जारी होने पर उपेन्द्र कुशवाहा ने कहा कि जो भ्रष्टाचार का मामला चल रहा है, उसका सबसे बड़ा सबूत नीतीश कुमार के खासमखास ललन सिंह और आरजेडी के दूसरे नेताओं ने दिए थे, उन्हीं सबूतों के आधार पर कार्रवाई हो रही है तो फिर तेजस्वी यादव को बेचैनी क्यों हो रही है। अगर इसमें गलत नहीं है तो कोर्ट में जाकर अपनी बात रखें।

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