छपरा, 2 अगस्त 2025 – सारण पुलिस ने एक सॉल्वर गैंग का पर्दाफाश किया है जो आईटीआई की ऑनलाइन परीक्षा में छात्रों को पास कराने के नाम पर धोखाधड़ी और अवैध वसूली कर रहा था। भगवानबाजार थाना क्षेत्र स्थित आंचल इंस्टीट्यूट ऑफ मैनेजमेंट एंड टेक्नोलॉजी में छापेमारी कर पुलिस ने इस गिरोह के चार सदस्यों को गिरफ्तार किया है।
ऑनलाइन परीक्षा में पास कराने के बदले ठगी
दिनांक 31 जुलाई 2025 को पुलिस को सूचना मिली कि संस्था में ऑनलाइन आईटीआई परीक्षा के दौरान एक संगठित गिरोह द्वारा छात्रों को प्रलोभन देकर नकल करवाई जा रही है। सूचना के आधार पर वरीय पुलिस अधीक्षक, सारण के निर्देश पर अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी, सदर के नेतृत्व में एक विशेष टीम ने छापेमारी की।
गिरफ्तार अभियुक्त
छापेमारी में जिन चार लोगों को गिरफ्तार किया गया, वे फर्जी तरीके से छात्रों से पैसे लेकर परीक्षा में अंक बढ़ाने और परीक्षा पास करवाने का दावा करते थे। गिरफ्तार अभियुक्तों के नाम हैं:
- रोहित कुशवाहा, सकड्डी, थाना-जलालपुर, सारण
- संतोष कुमार, इनई, थाना-रिविलगंज, सारण
- धीरज कुमार सिंह, छोटा तेलपा, थाना-नगर, सारण
- रणधीर कुमार विद्यार्थी, पोझी बुजुर्ग, थाना-मढ़ौरा, सारण
जब्त सामान की सूची
गिरफ्तार अभियुक्तों के पास से तलाशी के दौरान निम्नलिखित सामान बरामद किए गए:
- मोबाइल फोन – 04
- पेज – 04
- नगद राशि – ₹12,000
- एटीएम कार्ड – 03, टाटा न्यू कार्ड – 01
- आधार कार्ड – 01, पैन कार्ड – 01
व्हाट्सएप चैट से खुला फर्जीवाड़े का राज
जांच के क्रम में जब मोबाइल की व्हाट्सएप चैट की समीक्षा की गई तो उसमें आईटीआई परीक्षा में अंकों में हेरफेर और नकल से संबंधित बातचीत पाई गई। जांच से स्पष्ट हुआ कि ये आरोपी परीक्षार्थियों से पैसे लेकर सॉल्वर बैठाते थे और नकल करवाने के लिए तकनीकी माध्यमों का उपयोग करते थे।
कानूनी कार्रवाई जारी
गिरफ्तार चारों आरोपियों के विरुद्ध भगवानबाजार थाना कांड संख्या 441/25, दिनांक 31.07.25 को BNSS की धाराएं 318(4), 316(2), 338, 336(3), 340(2), 61(2) के तहत प्राथमिकी दर्ज की गई है।
इस गिरोह के अन्य 3 फरार सदस्यों की तलाश में पुलिस की लगातार छापेमारी जारी है।
जांच टीम में शामिल पदाधिकारी
- अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी, सदर
- थानाध्यक्ष, भगवानबाजार थाना
- जिला आसूचना इकाई, सारण
सारण पुलिस की त्वरित कार्रवाई ने शिक्षा व्यवस्था में सेंध लगाने की कोशिश को विफल कर दिया है। पुलिस ने स्पष्ट किया है कि शिक्षा में धोखाधड़ी करने वाले किसी भी व्यक्ति को बख्शा नहीं जाएगा और ऐसे सभी तत्वों के विरुद्ध कठोर कार्रवाई की जाएगी।


