कार्तिक मास का आरंभ, वैल्मीकि जयंती आज — पुण्यदायी दिन
देशभर में आज का दिन धार्मिक दृष्टि से अत्यंत शुभ माना गया है। आश्विन शुक्ल पक्ष की पूर्णिमा तिथि आज सुबह 9 बजकर 17 मिनट तक रहेगी। इसके बाद कार्तिक मास की प्रतिपदा तिथि प्रारंभ होगी। आज से ही कार्तिक स्नान और दान-पुण्य का महत्व आरंभ होता है। ज्योतिषाचार्यों के अनुसार यह दिन विशेष रूप से पूजा, व्रत और भगवान विष्णु की आराधना के लिए शुभ माना गया है।
आज का शुभ मुहूर्त
- शुभ समय (अभिजीत मुहूर्त) : दोपहर 11:45 से 12:30 तक
- राहुकाल (अशुभ समय) : दोपहर 3:00 से 4:30 बजे तक
- गुलिक काल : दोपहर 12:15 से 1:45 बजे तक
- यमगंड काल : सुबह 9:15 से 10:45 बजे तक
पंडितों के अनुसार राहुकाल और यमगंड के दौरान किसी भी नए कार्य, लेन-देन, यात्रा या खरीदारी से बचना चाहिए।
सूर्योदय-सूर्यास्त का समय
- सूर्योदय : प्रातः 6 बजकर 24 मिनट
- सूर्यास्त : सायं 6 बजकर 4 मिनट
- चंद्रोदय : सायं 6:07 बजे
- चंद्रराशि : मीन राशि
आज का नक्षत्र, योग और करण
- नक्षत्र : रेवती (सुबह 4:01 बजे तक)
- योग : ध्रुव योग
- करण : बावल
इन योगों के चलते आज का दिन स्थिरता और धार्मिक कार्यों के लिए श्रेष्ठ माना गया है।
आज के विशेष पर्व व व्रत
आज महर्षि वाल्मीकि जयंती मनाई जा रही है। देशभर में संत वाल्मीकि की जयंती पर शोभायात्रा, भजन-कीर्तन और पूजा-अर्चना का आयोजन किया जा रहा है।
साथ ही आज से कार्तिक मास का आरंभ हो रहा है — जो भगवान विष्णु की भक्ति और दीपदान के लिए अत्यंत शुभ माना गया है। कार्तिक मास के पहले स्नान को “महापुण्य स्नान” कहा गया है।
पंचांग के अनुसार आज का प्रभाव
ज्योतिषाचार्यों के अनुसार ध्रुव योग और रेवती नक्षत्र का संयोग आज स्थिर कार्यों के लिए श्रेष्ठ माना गया है। यदि आप किसी दीर्घकालिक योजना की शुरुआत करना चाहते हैं, तो यह दिन अनुकूल रहेगा।
हालांकि, राहुकाल और यमगंड काल में कोई भी महत्वपूर्ण निर्णय लेने से परहेज करना चाहिए।
आज का उपाय
भगवान विष्णु को पीले पुष्प और तुलसी दल अर्पित करें।
स्नान के बाद दान-पुण्य करें — विशेषकर गरीबों को भोजन या वस्त्र दान करना शुभ फलदायी रहेगा।
संक्षेप में
- तिथि : पूर्णिमा सुबह 9:17 बजे तक, तत्पश्चात प्रतिपदा
- नक्षत्र : रेवती
- योग : ध्रुव
- वार : मंगलवार
- प्रमुख पर्व : वाल्मीकि जयंती, कार्तिक स्नान आरंभ


