भागलपुर। बरहपुरा के ईदगाह मैदान में वर्षों से विवादों में फंसा जल मीनार निर्माण कार्य आखिरकार शुरू हो गया। जिलाधिकारी के स्पष्ट निर्देश पर गुरुवार को पुलिस और प्रशासनिक अधिकारियों की मौजूदगी में निर्माण कार्य की औपचारिक शुरुआत की गई।
इस परियोजना को लेकर लंबे समय से स्थानीय स्तर पर विरोध और आपत्तियां दर्ज हो रही थीं, जिसके कारण योजना वर्षों तक अधर में लटकी रही थी।
विरोध के बीच प्रशासन की सख्ती से शुरू हुआ काम
वार्ड नंबर 33 के पार्षद प्रतिनिधि बंटी अली ने बताया कि जल मीनार के निर्माण में सबसे बड़ी बाधा स्थानीय विवाद था। कुछ लोग मैदान की जमीन पर दुकानों के निर्माण की योजना का हवाला देकर जल मीनार का विरोध कर रहे थे।
हालांकि, प्रशासन ने आज सख्ती दिखाते हुए वेस्टेड भूमि पर निर्माण कार्य शुरू कराया। मौके पर पुलिस बल तैनात किया गया ताकि किसी भी अप्रिय स्थिति से निपटा जा सके।
जल मीनार से मिलेगी लाखों लोगों को राहत
बंटी अली ने कहा कि “इस जल मीनार के बन जाने से बरहपुरा और आसपास के इलाकों में पेयजल की गंभीर समस्या दूर होगी। यह परियोजना इलाके की लाखों आबादी को स्वच्छ पानी उपलब्ध कराएगी।”
उन्होंने बताया कि जल मीनार के निर्माण से स्थानीय बस्ती, ईदगाह क्षेत्र और निचले इलाकों के लोगों को गर्मी के मौसम में जल संकट से बड़ी राहत मिलेगी।
दान की गई थी जमीन, मिली वक्फ बोर्ड से मंजूरी
इतिहास के पन्ने खंगालें तो यह जमीन साल 1974 में विजय कुमार मित्र द्वारा जल मीनार निर्माण के लिए दान की गई थी।
वक्फ बोर्ड ने भी परियोजना को लेकर एनओसी (अनापत्ति प्रमाण पत्र) पहले ही जारी कर दिया था। इसके बावजूद, कुछ लोगों ने निर्माण रोकने के लिए कोर्ट में अपील की थी।
हालांकि, अदालत ने उनकी याचिका खारिज कर दी, जिसके बाद प्रशासन को निर्माण शुरू करने में अब कोई कानूनी बाधा नहीं रही।
जिलाधिकारी के आदेश से टूटी जड़ता
जिलाधिकारी डॉ. नवल किशोर चौधरी के आदेश के बाद नगर निगम, जल विभाग और पुलिस टीम संयुक्त रूप से मौके पर पहुंची और कार्य को शुरू करवाया गया।
प्रशासनिक सूत्रों ने बताया कि साइट पर मापन, सुरक्षा घेराबंदी और पाइपलाइन कनेक्शन की शुरुआती प्रक्रिया शुरू कर दी गई है।
स्थानीय विवाद के बावजूद लोगों में उत्साह
जहां कुछ लोगों ने निर्माण का विरोध किया, वहीं अधिकतर स्थानीय निवासियों में राहत और उत्साह देखा गया।
स्थानीय बुजुर्ग रहमत अली ने कहा, “हमने बरसों से इस योजना का इंतजार किया था। अब पानी के लिए लंबी कतारें खत्म होंगी।”


