विजिलेंस ने 1.5 लाख की घूस लेते गिरफ्तार किया, घर में 30–40 लाख होने का दावा, 5 घंटे तलाशी के बाद भी नहीं मिला सूटकेस
पटना:बिहार में विजिलेंस टीम ने शनिवार को बड़ी कार्रवाई करते हुए पटना पॉलिटेक्निक कॉलेज, गुलजारबाग के छात्रावास सुपरिटेंडेंट प्रोफेसर मिथिलेश कुमार को एक लाख पचास हजार रुपये की रिश्वत लेते हुए रंगे हाथ गिरफ्तार कर लिया।
गिरफ्तारी कॉलेज परिसर के अंदर उनके ही कक्ष से की गई, जहां धावादल ने उन्हें घूस लेते हुए पकड़ लिया।
मेस बिल भुगतान के बदले मांगी थी रिश्वत
कैमूर जिले के दुबोली गांव निवासी संदीप कुमार दुबे ने विजिलेंस में शिकायत दी थी कि मेस बिल का भुगतान कराने के बदले प्रोफेसर मिथिलेश लगातार रिश्वत मांग रहे हैं।
विजिलेंस ने शिकायत का सत्यापन कराया और जांच में यह आरोप सही पाया गया।
इसके बाद डीएसपी रीता सिन्हा के नेतृत्व में एक विशेष टीम बनाई गई, जिसने शनिवार को जाल बिछाकर प्रोफेसर को 1.5 लाख रुपये लेते ही गिरफ्तार कर लिया।
पूछताछ में बड़ा खुलासा: घर में 30–40 लाख रुपये होने का दावा
गिरफ्तारी के बाद पूछताछ में मिथिलेश कुमार ने बताया कि उनके कुम्हरार स्थित बजरंगपुरी फ्लैट में एक सूटकेस रखा है जिसमें लगभग 30 से 40 लाख रुपये रखे हैं।
इस जानकारी के बाद विजिलेंस टीम तुरंत हरकत में आई और डीएसपी अरुणोदय पांडेय के नेतृत्व में उसी रात फ्लैट पर सर्च ऑपरेशन शुरू हुआ।
5 घंटे तक हुई तलाशी, लेकिन सूटकेस नहीं मिला
जब विजिलेंस टीम फ्लैट पर पहुंची, उस समय उनकी पत्नी मोना पासवान वहां मौजूद नहीं थीं।
मोना पासवान कांग्रेस की सक्रिय नेत्री, पूर्व जिला परिषद सदस्य और विधानसभा चुनाव की प्रत्याशी रह चुकी हैं।
उनके वापस आने के बाद तलाशी शुरू हुई जो लगभग 5 घंटे तक चली।
हालांकि पूरे घर की गहन तलाशी लेने के बाद भी नकदी वाला कथित सूटकेस नहीं मिला और टीम खाली हाथ लौट गई।
आगे की कार्रवाई
विजिलेंस अब आरोपी के बयान, बैंक खातों, संपत्तियों और डिजिटल लेन-देन की जांच करेगी।
जल्द ही आय से अधिक संपत्ति और भ्रष्टाचार से जुड़े अन्य एंगल पर भी कार्रवाई हो सकती है।


