बेगूसराय, 12 अगस्त — बिहार के बेगूसराय जिले में घूसखोरी का एक गंभीर मामला सामने आया है, जिसमें नावकोठी थाना में पदस्थापित महिला दारोगा लीलावती देवी को रिश्वत लेने के आरोप में एसपी मनीष कुमार ने निलंबित कर दिया है। घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है।
वीडियो में सौदेबाजी के सबूत
सूत्रों के अनुसार, यह वीडियो चार दिन पुराना है, जिसमें लीलावती देवी एक केस में धारा हटाने के लिए 20 हजार रुपये की मांग करती नज़र आ रही हैं। वीडियो में वह आरोपियों से कहती हैं—
“20 हजार में बात हुई थी, 5 ही दिए हो, या तो बाकी 15 हजार दो, नहीं तो 5 हजार वापस ले जाओ।”
वीडियो वायरल होने के बाद एसपी मनीष कुमार ने मामले की जांच बखरी डीएसपी कुंदन कुमार को सौंपी। जांच में आरोप सही पाए गए, जिसके बाद लीलावती को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया गया।
पूरा मामला
यह रिश्वतखोरी का मामला एक गंभीर अपराध की जांच से जुड़ा था।
- पीड़िता ने अपने पूर्व पति मोहम्मद सबी अहमद पर फरवरी 2025 में घर में घुसकर शराब के नशे में रेप करने, मारपीट करने और 4 वर्षीय बेटे को अगवा करने का आरोप लगाया था।
- 22 जुलाई को आवेदन मिलने के बाद नावकोठी थानाध्यक्ष ने केस दर्ज कर जांच की जिम्मेदारी एसआई लीलावती को सौंपी।
- आरोप है कि जांच के दौरान लीलावती ने आरोपियों से 20 हजार रुपये लेकर धारा हटाने का सौदा किया, जिसमें 5 हजार रुपये पहले ही दिए जा चुके थे।
चार दिन पहले लीलावती फिर आरोपियों के पास पहुँची और बाकी पैसे की मांग करने लगी। इस दौरान आरोपियों ने चुपके से बातचीत का वीडियो बना लिया और उसे सोशल मीडिया पर वायरल कर दिया।
स्थानीय चर्चा और विवाद
घटना को लेकर इलाके में तरह-तरह की चर्चाएँ हैं। लोग बताते हैं कि लीलावती देवी पहले से ही वसूली और गाली-गलौज के लिए बदनाम रही हैं। कुछ का कहना है कि मामले में शामिल एक आरोपी तनवीर ने पहले एक पुलिस पदाधिकारी के खिलाफ गवाही दी थी, जिससे जुड़े व्यक्तिगत कारणों से भी यह रिश्वतखोरी हुई हो सकती है।
एसपी मनीष कुमार ने स्पष्ट किया है कि पुलिस विभाग में भ्रष्टाचार को किसी भी स्तर पर बर्दाश्त नहीं किया जाएगा और ऐसे मामलों में कठोर कार्रवाई की जाएगी।


