नई दिल्ली: भारतीय क्रिकेट टीम के युवा कप्तान शुभमन गिल आज एक ऐतिहासिक मैच खेलने जा रहे हैं। वेस्टइंडीज के खिलाफ दिल्ली टेस्ट उनके लिए बेहद खास है क्योंकि यह भारत की सरजमीं पर बतौर कप्तान उनका पहला टेस्ट मैच होगा।
गिल न केवल टीम को जीत दिलाने की कोशिश करेंगे, बल्कि उनके पास एक बड़ा व्यक्तिगत रिकॉर्ड अपने नाम करने का भी मौका है।
भारत में बतौर कप्तान पहला टेस्ट
इंग्लैंड के खिलाफ शानदार प्रदर्शन के बाद शुभमन गिल अब घरेलू मैदान पर कप्तानी कर रहे हैं। दिल्ली की पिच बल्लेबाजों के अनुकूल मानी जाती है, इसलिए क्रिकेट प्रेमियों को उनसे बड़ी पारी की उम्मीद है। गिल का लक्ष्य रहेगा कि वे भारत में बतौर कप्तान अपनी पहली जीत दर्ज करें और बल्ले से भी दम दिखाएं।
इतिहास रचने का मौका – 1000 टेस्ट रन से सिर्फ 196 रन दूर
शुभमन गिल अब तक बतौर कप्तान 10 पारियों में 805 रन बना चुके हैं। यानी 1000 टेस्ट रन पूरे करने के लिए उन्हें सिर्फ 196 रन की जरूरत है। अगर वे दिल्ली टेस्ट में शतक या दोहरी शतक लगाते हैं, तो वे भारतीय क्रिकेट इतिहास में उन कप्तानों में शामिल हो जाएंगे जिन्होंने सबसे तेज 1000 टेस्ट रन पूरे किए हैं।
डॉन ब्रेडमैन के रिकॉर्ड के करीब पहुंचने का मौका
टेस्ट इतिहास में सबसे तेज 1000 रन बनाने का रिकॉर्ड डॉन ब्रेडमैन के नाम है। ब्रेडमैन ने बतौर कप्तान सिर्फ 11 पारियों में यह उपलब्धि हासिल की थी। गिल ब्रेडमैन का रिकॉर्ड तो भले न तोड़ पाएं, लेकिन अगर उन्होंने दिल्ली में बड़ा स्कोर बनाया, तो वे ब्रेडमैन के बाद दूसरे सबसे तेज कप्तान बन जाएंगे जिन्होंने यह आंकड़ा छुआ।
फैंस की नजरें गिल पर टिकीं
टीम इंडिया और फैंस दोनों की निगाहें शुभमन गिल पर होंगी। इंग्लैंड सीरीज़ में उनके बल्ले से कई यादगार पारियां निकली थीं, और अब दिल्ली टेस्ट में उनसे दोहरी जिम्मेदारी निभाने की उम्मीद की जा रही है – टीम को जीत दिलाना और व्यक्तिगत इतिहास रचना।


