भागलपुर: बिहार के नए गृह मंत्री सम्राट चौधरी के सख्त रुख और राज्यभर में चल रहे तेज अतिक्रमण विरोधी अभियान का असर अब भागलपुर में भी स्पष्ट रूप से दिखाई देने लगा है। कई जिलों में लगातार बुलडोजर एक्शन के बाद अब अवैध कब्जाधारियों और सड़क किनारे अनधिकृत दुकानदारों में खौफ का माहौल बन गया है।
हालांकि भागलपुर में अभी तक बड़े पैमाने पर बुलडोजर कार्रवाई नहीं हुई है, लेकिन प्रशासन की सख्ती और राज्यस्तरीय निर्देशों के चलते शहर में अतिक्रमणकारियों की बेचैनी बढ़ चुकी है।
बिहार में तेज हुआ बुलडोजर अभियान, भागलपुर में भी पड़ा असर
गृह मंत्री सम्राट चौधरी के पदभार ग्रहण करने के बाद:
- राज्यभर में सड़क, सरकारी जमीन और सार्वजनिक स्थलों से अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई तेज हुई
- कई जिलों में प्रशासन ने लगातार अभियान चलाए
- अवैध निर्माण और कब्जों पर तुरंत कार्रवाई की जा रही है
इस statewide कार्रवाई का प्रभाव अब भागलपुर में भी दिखने लगा है, भले यहां अभी बुलडोजर नहीं चला हो।
भागलपुर में डर का माहौल: फुटपाथ दुकानदारों में बेचैनी
भागलपुर शहर के कई इलाकों—तिलकामांझी, बड़वली चौक, स्टेशन रोड, खलीफाबाग—में फुटपाथ दुकानदारों और सड़क किनारे अस्थाई दुकान लगाने वालों के बीच दहशत साफ दिखाई दे रही है।
स्थानीय स्तर पर देखा गया कि:
- जैसे ही अतिक्रमण दस्ता की गाड़ियों के आने की सूचना मिलती है
- दुकानदार तुरंत सामान समेटना शुरू कर देते हैं
- कुछ जगहों पर व्यापारी खुद ही अतिक्रमण हटाने लगे हैं
- कोई भी जोखिम लेकर अपनी दुकान उजड़ने देना नहीं चाहता
सड़क किनारे ठेला-फड़ी लगाने वालों में यह चर्चा भी तेज है कि प्रशासन किसी भी दिन अचानक कार्रवाई कर सकता है।
प्रशासन की सख्ती ने बढ़ाया अनुशासन
भागलपुर प्रशासन ने भी स्पष्ट संकेत दिए हैं कि अतिक्रमण पर कठोर कार्रवाई की जाएगी। अधिकारियों के अनुसार:
- शहर की सड़कों को सुचारू बनाने के लिए अभियान चलाया जाएगा
- किसी भी अवैध कब्जे को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा
- बार-बार चेतावनी देने के बाद भी कब्जा हटाने वालों के खिलाफ सख्त कदम उठाए जाएंगे
राज्य की सख्त नीति के असर से भागलपुर में लोग स्वेच्छा से जगह खाली कर रहे हैं, ताकि किसी संभावित कार्रवाई से बच सकें।
अतिक्रमणकारियों में खौफ, आम जनता को राहत की उम्मीद
शहर के स्थानीय लोगों का कहना है कि:
- अतिक्रमण हटने से ट्रैफिक जाम कम होगा
- सड़क पर पैदल चलना आसान होगा
- बाजार क्षेत्र में व्यवस्था सुधरेगी
यानी जहां अवैध कब्जाधारियों में डर है, वहीं आम जनता इस अभियान को राहत और सुधार की उम्मीद के रूप में देख रही है।


