मालदा, 6 अक्टूबर 2025:त्योहार के मौसमी मौके पर बच्चों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए पूर्वी रेलवे के मालदा डिवीजन की रेलवे सुरक्षा बल (RPF) ने अपने क्षेत्र में “ऑपरेशन नन्हे फरिश्ते” के तहत सतर्कता और निगरानी बढ़ा दी है। इस अभियान का नेतृत्व मालदा डिवीजन के डिविजनल रेलवे मैनेजर, श्री मनीष कुमार गुप्ता और डिविजनल सिक्योरिटी कमिश्नर, श्री ए. के. कुल्लू कर रहे हैं।
रविवार 5 अक्टूबर को बकुड़ी रेलवे स्टेशन पर रूटीन निगरानी के दौरान बारहर्वा पोस्ट के RPF कर्मियों ने दो नाबालिग बच्चों—14 वर्षीय लड़की और 17 वर्षीय लड़के—को प्लेटफॉर्म नंबर 1 पर संदिग्ध रूप से भटकते हुए देखा। बच्चों से बातचीत में पता चला कि वे साहेबगंज, झारखंड के निवासी हैं।
जांच में सामने आया कि दोनों बच्चों ने घर छोड़ दिया था और परिवारिक विवाद के कारण अपने माता-पिता को सूचित किए बिना बकुड़ी रेलवे स्टेशन तक पहुँच गए थे। बच्चों की संवेदनशील स्थिति को देखते हुए RPF टीम ने उन्हें सुरक्षित तरीके से बरामद कर बारहर्वा RPF पोस्ट लाया।
कानूनी औपचारिकताओं के पूरा होने के बाद, बचाए गए नाबालिगों को बाल संरक्षण मंचन, साहेबगंज, झारखंड के सुपुर्द किया गया, जहाँ उन्हें परामर्श और पुनर्वास की प्रक्रिया शुरू की गई।
मालदा डिवीजन ने बताया कि समय पर और संवेदनशील हस्तक्षेप ने बच्चों को संभावित जोखिमों से सुरक्षित रखा। “ऑपरेशन नन्हे फरिश्ते” के तहत RPF लगातार नाबालिगों की सुरक्षा और संरक्षा सुनिश्चित करने के लिए प्रतिबद्ध है।


