पटना: राजधानी पटना और बिहटा के बीच रोजाना होने वाला ट्रैफिक जाम अब इतिहास बनने वाला है। लंबे समय से प्रतीक्षित दानापुर–बिहटा एलिवेटेड रोड परियोजना को समय सीमा के भीतर पूरा करने के लिए प्रशासन ने सख्ती बढ़ा दी है। सोमवार को पटना डीएम डॉ. त्यागराजन एसएम की अध्यक्षता में हुई समीक्षा बैठक में अधिकारियों और ठेकेदार एजेंसी को स्पष्ट निर्देश दिए गए कि किसी भी परिस्थिति में परियोजना सितंबर 2026 की समय सीमा से आगे नहीं जानी चाहिए।
जमीन अधिग्रहण और भुगतान में तेजी के निर्देश
डीएम ने बैठक में कहा कि जमीन अधिग्रहण के लंबित मुआवजे का तत्काल भुगतान किया जाए और जहां भी रुकावट हो, उसे प्राथमिकता पर दूर किया जाए। साथ ही साइट क्लियरेंस में देरी बर्दाश्त नहीं की जाएगी। उन्होंने संबंधित सीओ, थाना प्रभारियों और एसडीओ को आवश्यकतानुसार मजिस्ट्रेट व पुलिस बल तैनात रखने के निर्देश भी दिए।
परियोजना से जुड़े अन्य विकास कार्यों में भी सख्त रफ्तार
बैठक के दौरान एनएच-119डी (रामनगर–कच्ची दरगाह) फोरलेन परियोजना पर भी चर्चा हुई। 194.02 एकड़ अधिग्रहीत जमीन पर खेती बंद कराने के आदेश जारी किए गए हैं ताकि निर्माण में बाधा न आए।
27 किमी लंबी सड़क: आधा हिस्सा एलिवेटेड, बाकी ग्राउंड लेवल
परियोजना के अनुसार:
• कुल लंबाई: लगभग 27 किमी
• दानापुर से सगुना मोड़ तक: एलिवेटेड रोड
• सगुना मोड़ से बिहटा तक: ग्राउंड लेवल रोड
इसके बन जाने के बाद—
• बिहटा आने-जाने में 40–50 मिनट की बचत
• हजारों वाहनों को जाम से छुटकारा
• ट्रैफिक लोड में भारी कमी
दानापुर–बिहटा एलिवेटेड रोड पटना से बिहटा एयरपोर्ट, ESIC मेडिकल कॉलेज और प्रस्तावित इंडस्ट्रियल कॉरिडोर तक निर्बाध कनेक्टिविटी प्रदान करेगा।
बिहार के इंफ्रास्ट्रक्चर को नए आयाम देने की तैयारी
पथ निर्माण मंत्री नितिन नवीन पहले ही स्पष्ट कर चुके हैं कि अगले पांच वर्ष बिहार के महा–इंफ्रास्ट्रक्चर डेवलपमेंट के वर्ष होंगे। उनका कहना है कि—
• एक्सप्रेसवे, रिंग रोड और प्रमुख कॉरिडोर निर्धारित समय से पहले पूरे किए जाएंगे
• हर प्रोजेक्ट की प्रोग्रेस की रियल-टाइम मॉनिटरिंग के लिए डिजिटल सिस्टम लागू होगा
पटना–बिहटा एलिवेटेड रोड इसी विजन की सबसे अहम कड़ी है। इसके बन जाने के बाद बिहटा क्षेत्र पटना मेट्रो रीजन से जुड़कर नए ग्रोथ सेंटर के रूप में उभरेगा।
2026 के बाद नए दौर में प्रवेश करेगा बिहटा
परियोजना के चालू होते ही—
• बिहटा एयरपोर्ट से पटना 20–25 मिनट की दूरी पर रह जाएगा
• औद्योगिक और लॉजिस्टिक्स गतिविधियों में तेजी आएगी
• बड़े उद्योगों और निवेशकों के लिए नया आकर्षण केंद्र बनेगा
• स्थानीय निवासियों को जाम, धूल और लंबी यात्रा से राहत मिलेगी
स्थानीय लोगों ने उम्मीद जताई कि यह सड़क क्षेत्र के विकास के साथ रोजमर्रा की परेशानियों से भी छुटकारा दिलाएगी। सरकार को विश्वास है कि मुआवजा और भूमि हस्तांतरण में तेजी से सितंबर 2026 का लक्ष्य निश्चित रूप से पूरा कर लिया जाएगा।


