पटना, 19 अगस्त 2025: मोईन-उल-हक स्टेडियम के पास 20.5 एकड़ भूमि पर बन रही डॉ. ए.पी.जे. अब्दुल कलाम साइंस सिटी का निर्माण कार्य तेजी से पूरा हो रहा है। भवन निर्माण विभाग के तहत इस परियोजना का सिविल वर्क लगभग पूर्ण हो चुका है।
सबसे बड़ी उपलब्धि यह है कि प्रथम गैलरी (बी ए साइंटिस्ट्स गैलरी) में प्रदर्श लगाने का कार्य पूर्ण कर लिया गया है। वहीं, द्वितीय गैलरी (बेसिक साइंस गैलरी) में प्रदर्श अधिष्ठापन का कार्य तेज़ी से चल रहा है और इसे अगले एक सप्ताह के भीतर पूरा कर लिया जाएगा।
साइंस सिटी की पांच गैलरियां और प्रदर्श:
साइंस सिटी में कुल पाँच गैलरियों का निर्माण किया जा रहा है –
- बी ए साइंटिस्ट्स गैलरी
- बेसिक साइंस गैलरी
- सस्टेनेबल प्लैनेट गैलरी
- स्पेस एंड एस्ट्रोनॉमी गैलरी
- बॉडी एंड माइंड गैलरी
इन गैलरियों का संयुक्त क्षेत्रफल लगभग 7,725 वर्गमीटर होगा। इन गैलरियों में कुल 26 थीम पर आधारित 269 प्रदर्श लगाए जाएंगे, जिनमें पहले चरण में 47 प्रदर्श स्थापित किए जा रहे हैं।
प्रथम गैलरी में रोचक प्रदर्श:
- हार्मोनिक स्ट्रिंग्स
- 3डी जोइट्रोप
- रिपल टैंक
- स्टैंडिंग वेव्स
द्वितीय गैलरी में आधुनिक विज्ञान और तकनीक आधारित प्रदर्श:
- दशमलव प्रणाली
- बाइनरी सिस्टम
- गोल्डन रेशियो
- आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस
- मशीन लर्निंग
- डेटा एनालिसिस
ये प्रदर्श नेशनल काउंसिल ऑफ साइंस म्यूजियम (एनसीएसएम) और क्रिएटिव म्यूजियम डिजाइनर्स (सीएमडी) के सहयोग से स्थापित किए जा रहे हैं।
सुविधाएं और आकर्षण:
साइंस सिटी परिसर में:
- 500 सीटों वाला ऑडिटोरियम
- 150 छात्रों और 3 शिक्षकों के लिए डोरमेटरी
- कैफेटेरिया, वाहन पार्किंग, पेयजल और शौचालय
- 4डी थियेटर, प्री-फंक्शनल हॉल और बहुउद्देशीय हॉल
एट्रियम में सेल्फी पॉइंट, डिजिटल पैनल और म्यूरल लगाए जा रहे हैं, जिससे आगंतुकों को यादगार अनुभव मिलेगा।
भवन निर्माण विभाग का निरीक्षण:
भवन निर्माण विभाग के सचिव श्री कुमार रवि ने स्थल का निरीक्षण किया और शेष कार्यों को समय पर पूरा करने के निर्देश दिए। उन्होंने प्रदर्श अधिष्ठापन, साफ-सफाई और अन्य सुविधाओं के काम को तेजी से पूर्ण करने पर बल दिया।
विशेष महत्व:
यह साइंस सिटी न केवल बिहार बल्कि पूरे देश में विज्ञान और नवाचार का एक अनूठा केंद्र बनेगी। छात्रों और आम लोगों को विज्ञान की दुनिया को करीब से समझने और अनुभव करने का अवसर मिलेगा।


