पटना एयरपोर्ट पर हवाई किराए बेकाबू: टिकट दाम 5 गुना तक बढ़े, छोटी दूरी की उड़ानें अंतरराष्ट्रीय रूट से भी महंगी

पटना: बिहार में शादी–विवाह का सीजन चरम पर है। प्रदेश से बाहर रहने वाले लोग बड़ी संख्या में शादी समारोहों में शामिल होने के लिए अपने घर लौट रहे हैं। इसका सीधा असर पटना एयरपोर्ट पर यात्रियों की संख्या पर पड़ा है, जहां पिछले कुछ दिनों से भारी भीड़ देखी जा रही है। मांग अचानक बढ़ने के बाद एयरलाइंस ने टिकटों की कीमतों में रिकॉर्ड स्तर तक बढ़ोतरी कर दी है। कई फ्लाइटों के दाम सामान्य किराए से 4 से 5 गुना तक बढ़ गए हैं।

स्थिति यह है कि पटना–कोलकाता जैसी छोटी दूरी की घरेलू उड़ान का किराया दिल्ली–लंदन जैसी लंबी दूरी की अंतरराष्ट्रीय यात्रा से भी महंगा हो चुका है।

पटना–कोलकाता रूट पर टिकट दामों ने बनाया रिकॉर्ड

आमतौर पर पटना से कोलकाता की फ्लाइट का किराया 3,500–4,000 रुपये के बीच होता है। लेकिन मौजूदा स्थिति में यह किराया:

  • ₹66,765 तक पहुंच गया है

एयर इंडिया की फ्लाइट AI-2790 और AI-2643 पर इन चौंकाने वाली कीमतों का प्रदर्शन देखा गया।
यात्रियों के अनुसार, यह किराया सामान्य बजट वाले यात्रियों के लिए बेहद मुश्किल पैदा कर रहा है।

पटना–मुंबई रूट: 9,000 से सीधा 50,000 रुपये तक पहुंचा किराया

पटना से मुंबई की उड़ानें सामान्य दिनों में:

  • ₹8,000–9,000 के बीच मिल जाती हैं

लेकिन अभी नॉन-स्टॉप और एक-स्टॉप दोनों तरह की फ्लाइटों के दाम आसमान छू रहे हैं:

  • नॉन-स्टॉप फ्लाइट: ₹40,000 से ऊपर
  • एक-स्टॉप फ्लाइट: ₹50,000 से भी अधिक
  • एयर इंडिया की उड़ान AI-9585 और AI-2451 पर किराया ₹52,303 तक दर्ज किया गया

इस रूट पर रोजाना बड़ी संख्या में यात्रियों की आवाजाही होती है, लेकिन मौजूदा दरें आम यात्रियों के लिए भारी वित्तीय बोझ बन गई हैं।

पटना–दिल्ली किराया दिल्ली–लंदन से भी दोगुना

सबसे चौंकाने वाली स्थिति पटना से दिल्ली जाने वाली उड़ानों में दिखाई दी।
जहां दिल्ली–लंदन की अंतरराष्ट्रीय टिकट ₹27,000 के आसपास मिल रही है, वहीं पटना–दिल्ली की घरेलू टिकट की कीमत:

  • ₹51,332 रुपये तक पहुंच गई है

मतलब—
एक घंटे की घरेलू उड़ान, 8 घंटे की अंतरराष्ट्रीय यात्रा से दोगुनी महंगी!

यह किराया वृद्धि न केवल यात्रियों को झटका दे रही है, बल्कि एयरलाइंस की प्राइसिंग नीति पर भी सवाल खड़े कर रही है।

यात्रियों की परेशानी बढ़ी, विकल्प नहीं उपलब्ध

टिकट दाम बढ़ने के साथ-साथ:

  • कई फ्लाइटें फुल
  • कुछ रद्द
  • और टिकट बुकिंग पर वेटिंग

एक्टिव यात्रियों के पास सीमित विकल्प बच गए हैं।
रेलवे में भी वेटिंग लंबी है, जिससे लोग सबसे कठिन स्थिति का सामना कर रहे हैं।

इस संकट की वजह क्या है?

विशेषज्ञों के अनुसार:

  • शादी–विवाह सीजन में अचानक बढ़ी मांग
  • इंडिगो सहित कुछ एयरलाइंस की उड़ानें रद्द होने से विकल्प घटे
  • हाई डिमांड पर डायनेमिक प्राइसिंग लागू

इन कारणों से हवाई किराए नियंत्रण से बाहर हो गए हैं।

बिहार लौटने वाले प्रवासी यात्रियों, छात्रों और परिवारों के लिए यह स्थिति बेहद कठिन हो गई है। जब तक मांग सामान्य नहीं होती और एयरलाइंस अपनी उड़ानें स्थिर नहीं करतीं, तब तक किराए में राहत की उम्मीद कम है।

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