नालंदा, 17 जुलाई 2025: बिहार में चल रही सिपाही भर्ती परीक्षा के दौरान नालंदा जिले में बुधवार को एक बड़े नकल गिरोह का भंडाफोड़ हुआ है। नूरसराय थाना क्षेत्र के मकनपुर स्थित आरपीएस स्कूल परीक्षा केंद्र पर छापेमारी कर पुलिस ने ब्लूटूथ डिवाइस से नकल करते पकड़े गए अभ्यर्थी, परीक्षा केंद्र के वीक्षक, एक कोचिंग सेंटर के संचालक और एक बिचौलिये को गिरफ्तार किया है।
परीक्षा केंद्र में पकड़ा गया ब्लूटूथ से नकल कर रहा अभ्यर्थी
सूत्रों के अनुसार, परीक्षा के दौरान बेगूसराय निवासी अभ्यर्थी उत्पलकांत कुमार को संदेहास्पद गतिविधियों के चलते पकड़ा गया। तलाशी लेने पर उसके पास से ब्लूटूथ डिवाइस बरामद हुआ। जब पुलिस ने कड़ाई से पूछताछ की तो उसने बताया कि यह डिवाइस उसे परीक्षा केंद्र के वीक्षक प्रवीण कुमार सिंह ने उपलब्ध कराई थी।
वीक्षक और कोचिंग सेंटर के बीच थी सेटिंग
प्रवीण कुमार सिंह, जो कि आरपीएस स्कूल में लेखपाल के पद पर भी कार्यरत है, ने यह भी स्वीकार किया कि ब्लूटूथ डिवाइस उसे बिहारशरीफ स्थित एक कोचिंग सेंटर के संचालक मनोज कुमार ने दी थी। इस रैकेट का लिंक शेखपुरा निवासी विजय कुमार के जरिए अभ्यर्थी तक पहुंचा था।
चार आरोपित गिरफ्तार
नालंदा सदर डीएसपी नूरुल हक ने बताया कि इस मामले में अब तक चार लोगों को गिरफ्तार किया गया है:
- अभ्यर्थी उत्पलकांत कुमार (बेगूसराय)
- बिचौलिया विजय कुमार (शेखपुरा)
- परीक्षा वीक्षक प्रवीण कुमार सिंह (नालंदा)
- कोचिंग सेंटर संचालक मनोज कुमार (बिहारशरीफ)
जब्त हुए ब्लूटूथ डिवाइस और मोबाइल
छापेमारी में पुलिस ने ब्लूटूथ डिवाइस, मोबाइल फोन और अभ्यर्थी का एडमिट कार्ड जब्त किया है। सभी आरोपियों के खिलाफ बिहार लोक परीक्षा (अनुचित साधन निवारण) अधिनियम, 2024 की सख्त धाराओं के तहत मामला दर्ज कर आगे की जांच शुरू कर दी गई है।
जिले में बनाए गए थे 23 परीक्षा केंद्र
उल्लेखनीय है कि नालंदा जिले में सिपाही भर्ती परीक्षा के लिए कुल 16,578 अभ्यर्थियों को शामिल करते हुए 23 परीक्षा केंद्र बनाए गए थे। सभी केंद्रों पर केंद्र ऑब्जर्वर, दो स्टैटिक दंडाधिकारी और उड़नदस्ता टीमों की तैनाती की गई थी।
इस घटना के बाद परीक्षा की शुचिता को लेकर प्रशासन और पुलिस की सतर्कता पर सवाल उठने लगे हैं। पुलिस रैकेट में शामिल अन्य लोगों की तलाश में लगातार छापेमारी कर रही है।


