भागलपुर से सांसद अजय कुमार मंडल ने बिहार के अन्य सांसदों के साथ संसद भवन में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से शिष्टाचार मुलाकात की। इस दौरान उन्होंने प्रधानमंत्री को बिहार में मिली विजय पर बधाई दी और भागलपुर संसदीय क्षेत्र के विकास से जुड़े कई महत्वपूर्ण मुद्दों पर विस्तृत ज्ञापन सौंपा।
सांसद मंडल ने प्रधानमंत्री को दिए पत्र में शिक्षा, रेल, स्वास्थ्य, जल संसाधन और सांस्कृतिक विरासत जैसे क्षेत्रों से संबंधित लंबित परियोजनाओं और नई मांगों को विस्तार से रखा। उन्होंने कहा कि ये सभी मुद्दे सीधे जनता के हित और क्षेत्र के दीर्घकालिक विकास से जुड़े हैं।
सबसे पहले उन्होंने प्रधानमंत्री पैकेज में स्वीकृत विक्रमशिला केंद्रीय विश्वविद्यालय का मुद्दा उठाया। मंडल ने कहा कि ₹238.49 करोड़ की लागत वाली यह परियोजना पूर्वी भारत की उच्च शिक्षा के लिए बेहद महत्वपूर्ण है, फिर भी निर्माण कार्य अब तक शुरू नहीं हो सका है। उन्होंने प्रधानमंत्री से अनुरोध किया कि इस परियोजना को तत्काल गति दी जाए।
सांसद ने गंगा और कोशी तटवर्ती क्षेत्रों में बाढ़ और कटाव के स्थायी समाधान के लिए “गंगा एवं कोशी तट संरक्षण और विकास प्राधिकरण” के गठन की भी मांग की। यह प्राधिकरण क्षेत्र में हर साल होने वाले बाढ़ नुकसान को रोकने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकता है।
भागलपुर की सांस्कृतिक पहचान को मजबूत करते हुए, मंडल ने महान संत स्वर्गीय बाबा अनंत दास महाराज को मरणोपरांत पद्मश्री देने और उनके सम्मान में भागलपुर में स्मारक निर्माण का भी आग्रह किया।
रेलवे से जुड़े मुद्दों पर बोलते हुए सांसद ने कहा कि पहले की घोषणा के बावजूद भागलपुर में रेल डिवीजन की स्थापना नहीं की गई है। उन्होंने मालदा से हटाकर भागलपुर में नया रेल मंडल बनाने की मांग रखी। साथ ही क्षेत्र के प्रमुख स्टेशनों से चलने वाली कई महत्वपूर्ण ट्रेनों—जैसे भागलपुर–मुंबई एलटीटी एक्सप्रेस, भागलपुर–बेंगलुरु अंग एक्सप्रेस, भागलपुर–जम्मू तवी अमरनाथ एक्सप्रेस, और भागलपुर–सूरत सुपरफास्ट—में जनरल कोच बढ़ाने और ट्रेनों की संख्या बढ़ाने का अनुरोध किया।
स्वास्थ्य सेवाओं को लेकर उन्होंने श्रमिक परिवारों के लाभ के लिए पहले से घोषित ईएसआई अस्पताल का निर्माण जल्द शुरू करने की मांग की, क्योंकि यह अस्पताल हजारों मजदूर परिवारों के लिए जीवनरेखा बन सकता है।
अजय मंडल ने कहा कि प्रधानमंत्री से की गई यह मुलाकात क्षेत्रीय विकास के लिए महत्वपूर्ण साबित होगी। उन्होंने उम्मीद जताई कि केंद्र सरकार जल्द ही इन मुद्दों पर सकारात्मक निर्णय लेकर भागलपुर को नई दिशा देगी।


