पटना | 2 नवंबर 2025: मोकामा के तारतर गांव में जनसुराज समर्थक दुलारचंद यादव की हत्या मामले में गिरफ्तार पूर्व विधायक और जदयू प्रत्याशी अनंत सिंह को रविवार को पटना सिविल कोर्ट में पेश किया गया, जहां से उन्हें 14 दिनों की न्यायिक हिरासत में बेऊर जेल भेज दिया गया।
अनंत सिंह के साथ उनके दो समर्थक — मणिकांत ठाकुर और रंजीत राम — को भी न्यायिक हिरासत में भेजा गया है।
शनिवार देर रात हुई गिरफ्तारी
शनिवार की रात पुलिस ने बाढ़ के बेढ़ना गांव से अनंत सिंह और उनके दो समर्थकों को गिरफ्तार किया था।
गिरफ्तारी के बाद तीनों को गांधी मैदान पुलिस परिसर स्थित रंगदारी सेल में रखा गया, जहां उनसे पूछताछ की गई।
सूत्रों के अनुसार, अनंत सिंह पूरी रात नहीं सो पाए।
रविवार दोपहर बाद पुलिस ने भारी सुरक्षा व्यवस्था के बीच तीनों आरोपितों को अदालत में पेश किया। अदालत के आदेश पर उन्हें 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया।
डीजीपी बोले – “जिसके खिलाफ सबूत मिलेंगे, कार्रवाई होगी”
डीजीपी विनय कुमार ने रविवार को सरदार पटेल भवन स्थित पुलिस मुख्यालय में प्रेस वार्ता कर बताया कि
“मोकामा उपद्रव में शामिल हर व्यक्ति की पहचान की जा रही है। साक्ष्यों के आधार पर सभी की गिरफ्तारी की जाएगी।”
डीजीपी ने कहा कि अब तक पूर्व विधायक अनंत सिंह सहित 80 लोगों की गिरफ्तारी हो चुकी है।
उन्होंने यह भी बताया कि जनसुराज उम्मीदवार पीयूष प्रियदर्शी की गिरफ्तारी भी की जाएगी, क्योंकि उनके खिलाफ भी साक्ष्य मिले हैं।
हत्या की जांच अब सीआईडी भी करेगी
इस बीच, मोकामा के तारतर गांव में हुई दुलारचंद यादव हत्या कांड की जांच अब सीआईडी (CID) भी करेगी।
सीआईडी की जांच पुलिस के समानांतर चलेगी और जांच पूरी होने के बाद रिपोर्ट पुलिस के साथ साझा की जाएगी ताकि किसी भी तरह का पक्षपात न हो।
एसएसपी कार्तिकेय शर्मा ने बताया कि इसके लिए सीआईडी की एक विशेष टीम गठित की गई है।
उन्होंने कहा कि अन्य आरोपितों की पहचान और फरार लोगों की गिरफ्तारी के लिए पुलिस लगातार छापेमारी कर रही है।
रविवार को पुलिस ने 15 लोगों को हिरासत में लेकर पूछताछ की है।


