पटना | बिहार विधानसभा चुनाव के बीच केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने शनिवार को महागठबंधन पर करारा हमला बोला और मोकामा में दुलारचंद याद हत्याकांड को लेकर भी खुलकर अपनी बात रखी। उन्होंने कहा कि “छिटपुट घटनाएं चुनाव में होती रहती हैं, लेकिन मोकामा की घटना ठीक नहीं हुई। पुलिस ने कार्रवाई की है और चुनाव आयोग ने भी इसका संज्ञान लिया है।”
अमित शाह ने कहा कि पहले ऐसे मामलों में अपराधियों को राजनीतिक संरक्षण मिलता था, लेकिन अब ऐसा नहीं है। उन्होंने तीखे अंदाज में कहा —
“कभी तो सीएम के साले के घर में बैठकर फिरौती का धंधा चलता था, लेकिन आज हालात बदल चुके हैं। कानून व्यवस्था पर किसी को भी राजनीति नहीं करनी चाहिए।”
‘जेडीयू का मामला है, लेकिन एनडीए के प्रत्याशी सबसे साफ छवि वाले’
बाहुबलियों को टिकट देने के सवाल पर जवाब देते हुए गृह मंत्री ने कहा कि यह जेडीयू का आंतरिक मामला है, परंतु उन्होंने यह भी जोड़ा —
“15 साल तक यहां जंगलराज रहा। उस दौर में हजारों झूठे मुकदमे बनाए गए। आज अगर आप सभी पार्टियों के प्रत्याशियों की सूची देखेंगे, तो पाएंगे कि सबसे कम आपराधिक मामले एनडीए उम्मीदवारों के ऊपर हैं।”
‘बिहार की जनता मुद्दों को पहचानती है’
अमित शाह ने कहा कि बिहार देश का सबसे जागरूक राजनीतिक प्रदेशों में से एक है। उन्होंने कहा —
“यहां की जनता असली मुद्दों को जानती और पहचानती है। चुनाव में चाहे जितना शोर हो, लेकिन बिहार के मतदाता मुद्दों को परखकर ही फैसला करते हैं।”
‘एनडीए को मिलेगा जनता का समर्थन’
गृह मंत्री ने दावा किया कि एनडीए इस बार भी मजबूत प्रदर्शन करेगा। उन्होंने कहा कि सभी पार्टियों ने चुनाव की तिथियां तय होने से पहले ही प्रचार शुरू कर दिया था।
“बूथ स्तर से लेकर पटना तक हमारी टीमों ने जनता तक पहुंच बनाई है। लोगों का मूड साफ है — बिहार में विकास, सुशासन और स्थिरता ही प्राथमिकता है। हमें भरोसा है कि जनता एनडीए को ही विजयी बनाएगी।”


