कोलकाता। पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने रविवार को दुर्गापुर की सामूहिक दुष्कर्म की घटना पर बयान देते हुए नया विवाद खड़ा कर दिया। उन्होंने कहा कि छात्राओं को देर रात बाहर नहीं निकलना चाहिए, और छात्रावास में रहते हुए नियमों का पालन करना चाहिए।
ममता ने कहा कि, “हमारा रुख साफ है — ऐसे अपराध बर्दाश्त नहीं किए जाएंगे। लेकिन छात्राओं को भी सावधानी रखनी चाहिए। राज्य के बाहर से आने वाली छात्राओं को छात्रावास के नियमों का पालन करना जरूरी है। उन्हें जहां चाहे जाने की आजादी है, लेकिन देर रात बाहर निकलने से बचना चाहिए।”
दुर्गापुर में मेडिकल छात्रा के साथ गैंगरेप, तीन आरोपी गिरफ्तार
यह बयान शुक्रवार रात दुर्गापुर स्थित एक निजी मेडिकल कॉलेज की छात्रा के साथ हुए सामूहिक दुष्कर्म की घटना के बाद आया है। छात्रा देर रात अपने दोस्त के साथ बाहर गई थी, तभी कथित रूप से तीन युवकों ने उसके साथ वारदात की।
घटना के बाद पुलिस ने तीनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है और उनसे पूछताछ जारी है। कॉलेज प्रशासन ने भी इस घटना की निंदा की है और छात्राओं की सुरक्षा बढ़ाने की बात कही है।
बयान पर मचा राजनीतिक बवाल
ममता बनर्जी के इस बयान को लेकर विपक्षी दलों ने उन्हें घेरना शुरू कर दिया है।
बीजेपी ने कहा, “महिला सुरक्षा पर जिम्मेदारी सरकार की है, लेकिन ममता बनर्जी पीड़िता पर ही सवाल उठा रही हैं।”
वहीं, कांग्रेस और वामदलों ने भी इस बयान को “संवेदनहीन” बताया है।
सोशल मीडिया पर भी ममता का यह बयान चर्चा का विषय बना हुआ है। कई लोगों ने कहा कि “पीड़िता को नसीहत देने के बजाय सरकार को अपराधियों पर सख्त कार्रवाई करनी चाहिए।”
सरकार का कहना — दोषियों को मिलेगी कड़ी सजा
राज्य पुलिस ने बयान जारी कर कहा कि सभी आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया है और फास्ट-ट्रैक कोर्ट में मुकदमा चलाने की तैयारी की जा रही है।
मुख्यमंत्री कार्यालय ने भी स्पष्ट किया कि सरकार पीड़िता के साथ है और किसी दोषी को बख्शा नहीं जाएगा।


