मुजफ्फरपुर। मनियारी थाना क्षेत्र के अमरख गांव में गुरुवार देर रात हुए कथित गोलीकांड मामले में पुलिस ने बड़ा खुलासा किया है। कुढ़नी के विधायक केदार प्रसाद गुप्ता के पीए और भाजपा के पूर्व मंडल अध्यक्ष विनोद दास को लगी गोली किसी बदमाश ने नहीं, बल्कि शादी में हुई हर्ष फायरिंग के दौरान चली थी।
पहले दिया गया बयान निकला झूठा
घटना के बाद विनोद दास ने दावा किया था कि बाइक पर आए दो बदमाशों ने उन्हें ओवरटेक कर गोली मारी। लेकिन पुलिस जांच में यह कहानी गलत साबित हुई।
एसएसपी सुशील कुमार के अनुसार, शुरुआती बयान और मौके के तथ्यों में भारी विरोधाभास पाया गया।
एसएसपी सुशील कुमार ने बताया,
“तकनीकी जांच, पूछताछ और एकत्रित साक्ष्यों में स्पष्ट हुआ कि शादी में हर्ष फायरिंग के दौरान पिस्टल में गोली फंस गई थी। उसे निकालने की कोशिश में फंसी हुई गोली निकली और विनोद दास की जांघ में लग गई।”
तीन गिरफ्तार, विनोद दास भी होंगे हिरासत में
जांच के आधार पर पुलिस ने तीन लोगों को गिरफ्तार कर लिया है। मौके से पिस्टल और दो जिंदा कारतूस भी बरामद किए गए हैं।
विनोद दास अस्पताल में इलाजरत हैं, लेकिन ठीक होते ही उन्हें भी गिरफ्तार किया जाएगा।
पुलिस का कहना है कि विनोद दास ने गलत बयान देकर न केवल जांच को भटकाया बल्कि इलाके में अनावश्यक अफवाह भी फैलाई, जिसके लिए अब उनके खिलाफ कार्रवाई तय है।
हथियार शादी में कैसे पहुंचा? जांच जारी
पुलिस अब यह पता लगाने में जुटी है कि बिना लाइसेंस का हथियार शादी समारोह में किसके द्वारा और कैसे लाया गया।
कौन हैं विनोद दास?
विनोद दास वर्ष 2021 में अमरक पंचायत से मुखिया पद के उम्मीदवार रहे, लेकिन चुनाव हार गए।
वे भाजपा संगठन में मंडल अध्यक्ष भी रह चुके हैं और वर्तमान में कुढ़नी के विधायक केदार गुप्ता के निजी सहायक के रूप में कार्यरत हैं।


