भागलपुर। भागलपुर कॉलेज ऑफ इंजीनियरिंग (बीसीई) में 12 सितंबर को हुई मारपीट की घटना को लेकर गंभीर सवाल उठ रहे हैं। छात्रों का कहना है कि यह घटना कॉलेज प्रशासन की लापरवाही का नतीजा है।
दरअसल, यह विवाद पिछले साल 14 सितंबर 2024 को हॉस्टल संख्या-7 में हुई जानलेवा मारपीट से जुड़ा है। उस समय बीटेक सेकंड ईयर के छात्र अमंत कुमार (निवासी – चंपापुर, बख्तियारपुर, पटना) पर कुछ छात्रों ने हमला कर दिया था। अमंत ने उस मामले में आयुष राज पांडेय, मुरली मनोहर, हर्ष सहित अन्य छात्रों को आरोपित बनाया था।
अमंत का आरोप है कि आरोपित छात्र लगातार केस वापस लेने के लिए दबाव बना रहे थे। 12 सितंबर 2025 को भी उन्हीं छात्रों ने केस वापस लेने की धमकी दी और विरोध करने पर मारपीट की घटना को अंजाम दिया।
घायल आयुष की स्थिति स्थिर
इस घटना में गंभीर रूप से घायल हुए आयुष राज पांडेय का इलाज जारी है और उनकी स्थिति फिलहाल स्थिर बताई जा रही है।
कॉलेज प्राचार्य डॉ. ओम प्रकाश राय ने कहा कि पिछली घटना में कॉलेज प्रशासन ने अपने स्तर से कार्रवाई की थी। इस बार भी अनुशासन समिति मामले की जांच कर कार्रवाई करेगी।


