मोतिहारी, 29 जुलाई।बिहार में फर्जी प्रमाण पत्र बनवाने की एक और सनसनीखेज घटना सामने आई है। इस बार मामला पूर्वी चंपारण जिले के कोटवा अंचल कार्यालय से जुड़ा है, जहां ‘सोनालिका ट्रैक्टर’ नाम से निवास प्रमाण पत्र के लिए आवेदन किया गया। हैरानी की बात यह है कि इस आवेदन में भोजपुरी अभिनेत्री मोनालिसा की तस्वीर लगाई गई, जबकि पिता का नाम ‘स्वराज ट्रैक्टर’ और माता का नाम ‘कार देवी’ दर्ज था।
जैसे ही यह मामला सामने आया, कोटवा अंचल कार्यालय में हड़कंप मच गया। प्रारंभिक जांच में यह स्पष्ट हो गया कि यह आवेदन फर्जी दस्तावेजों के आधार पर किया गया था। अंचलाधिकारी ने तुरंत इसकी सूचना कोटवा पुलिस को दी, जिसके बाद अज्ञात आवेदक के खिलाफ साइबर फ्रॉड और सरकारी दस्तावेजों में छेड़छाड़ की धाराओं में प्राथमिकी दर्ज की गई।
पुलिस ने आवेदनकर्ता के IP एड्रेस की जांच शुरू कर दी है, और तकनीकी साक्ष्यों के आधार पर आरोपी की पहचान की जा रही है। सूत्रों के अनुसार आवेदक को चिन्हित कर लिया गया है, लेकिन प्रशासनिक पुष्टि अब तक नहीं हुई है।
डीएम ने दिए त्वरित कार्रवाई के निर्देश
पूर्वी चंपारण के जिलाधिकारी सौरभ जोरवाल ने मामले की गंभीरता को देखते हुए त्वरित और पारदर्शी कार्रवाई का निर्देश दिया है। उन्होंने कहा कि इस मामले में जो भी कर्मचारी, ऑपरेटर या अन्य व्यक्ति लापरवाही के दोषी पाए जाएंगे, उनके खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई की जाएगी।
फर्जी प्रमाण पत्र घोटालों की बढ़ती कड़ी
इससे पहले पटना में ‘डॉग बाबू’ के नाम से फर्जी प्रमाण पत्र बनाने का मामला सामने आया था। अब मोतिहारी की यह घटना बिहार में प्रमाण पत्र सत्यापन व्यवस्था की कमजोरियों और ई-गवर्नेंस प्लेटफॉर्म्स पर निगरानी की कमी को उजागर करती है।
अब सवाल यह है कि प्रशासन इन घटनाओं से सबक लेकर सिस्टम में सुधार की दिशा में क्या ठोस कदम उठाता है, ताकि भविष्य में ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति न हो।


