किशनगंज। पोठिया प्रखंड के देवी चौक-सोनापुर सड़क मार्ग पर स्थित डुबानोची पंचायत के काठकुआ गांव से वीरपुर दलुआ तक बन रहे आरसीसी पुल के निकट भारी बारिश के कारण डायवर्जन सड़क पूरी तरह से ध्वस्त हो गई है। इसके चलते क्षेत्र के आमबाड़ी, बोरोगछ, काठकुआ सहित दर्जनों गांवों के लोगों का आवागमन पूरी तरह से प्रभावित हो गया है। करीब 50 हजार की आबादी को भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।
डायवर्जन टूटने से जनजीवन अस्त-व्यस्त
ग्रामीणों के अनुसार, यह डायवर्जन स्थानीय लोगों के लिए पुल निर्माण कार्य के दौरान एकमात्र वैकल्पिक मार्ग था। डायवर्जन ध्वस्त होने से स्कूली बच्चों, मरीजों, किसानों और अन्य दैनिक यात्रियों को आवाजाही में दिक्कत हो रही है। कई गांवों का मुख्य सड़क से संपर्क कट गया है।
ठेकेदार पर लगाया अभद्र व्यवहार का आरोप
स्थानीय ग्रामीणों ने आरोप लगाया है कि जब उन्होंने डायवर्जन की तत्काल मरम्मत की मांग की, तो पुल निर्माण कार्य से जुड़े संवेदक के मुंशी ने उन्हें रंगदारी के झूठे मुकदमे में फंसाने की धमकी दी। ग्रामीणों ने इस व्यवहार की निंदा करते हुए प्रशासन से हस्तक्षेप की मांग की है। हालांकि, मुंशी ने इन आरोपों को सिरे से खारिज करते हुए कहा है कि उन्होंने किसी को धमकी नहीं दी है।
वैकल्पिक व्यवस्था के लिए बांस का चचरी पुल
संवेदक मो. रेजा आलम ने बताया कि भारी वर्षा के कारण डायवर्जन की मरम्मत अभी संभव नहीं है। ऐसे में स्थानीय लोगों के आवागमन को बहाल रखने के लिए बांस की चचरी पुल बनाई जा रही है, जिससे आवश्यक आवाजाही हो सके। उन्होंने यह भी आश्वासन दिया कि मौसम सामान्य होते ही डायवर्जन की मरम्मत कर दी जाएगी।
प्रशासन से मदद की मांग
ग्रामीणों ने किशनगंज जिला प्रशासन से अपील की है कि स्थिति की गंभीरता को देखते हुए जल्द से जल्द वैकल्पिक सुरक्षित मार्ग की व्यवस्था की जाए और पुल निर्माण कार्य की गति बढ़ाई जाए, ताकि भविष्य में ऐसी स्थिति से बचा जा सके।


