बिहार की सरकारी बसों में दिव्यांगजनों और जेपी सेनानियों ने उठाया मुफ्त यात्रा का लाभ; 4.96 लाख से अधिक लाभार्थी, परिवहन मंत्री ने दी जानकारी

पटना, 2 दिसंबर 2025 बिहार सरकार द्वारा संचालित बस सेवाओं में दिव्यांगजनों, स्वतंत्रता सेनानियों और जेपी सेनानियों को दी जा रही रियायती सुविधाओं का व्यापक लाभ मिल रहा है। वर्ष 2017 से 2023 के बीच कुल 4 लाख 96 हजार से अधिक लाभार्थियों ने इन रियायतों का उपयोग कर सरकारी परिवहन व्यवस्था की उपयोगिता को सिद्ध किया है। ये आंकड़े मंगलवार को आयोजित परिवहन विभाग की समीक्षा बैठक के दौरान परिवहन मंत्री श्रवण कुमार ने साझा किए।

4.90 लाख से अधिक दिव्यांगजन हुए लाभान्वित

परिवहन मंत्री द्वारा प्रस्तुत आंकड़ों के अनुसार, इस अवधि में 4,90,957 दिव्यांगजनों ने सरकारी बसों में मुफ्त या रियायती यात्रा का लाभ लिया। इसके अलावा 5,320 जेपी सेनानियों ने भी इस सुविधा का उपयोग किया। स्वतंत्रता सेनानी और जेपी आंदोलन से जुड़े बुजुर्ग सेनानियों के लिए यह सुविधा विशेष रूप से राहतकारी साबित हुई है।

50 किलोमीटर तक पूरी तरह मुफ्त यात्रा, उससे आगे आधा किराया

मौजूदा नियमों के अनुसार—

  • दिव्यांगजन,
  • स्वतंत्रता सेनानी
  • और जेपी सेनानी

यदि 50 किलोमीटर के भीतर यात्रा करते हैं, तो उन्हें पूरी तरह नि:शुल्क यात्रा का लाभ मिलता है।
50 किलोमीटर से अधिक दूरी पर यात्रा करने पर उन्हें मात्र आधा किराया देना होता है।

यह सुविधा बिहार राज्य पथ परिवहन निगम (BSRTC) की पूरे राज्य में संचालित सभी सरकारी बसों पर लागू है।

गया प्रमंडल में सबसे ज्यादा लाभार्थी, 25 करोड़ रुपये हुआ खर्च

बिहार के छह प्रमंडलों—पटना, मुजफ्फरपुर, दरभंगा, पूर्णिया, गया और भागलपुर—में निगम की सरकारी बसें चल रही हैं। इनमें गया प्रमंडल लाभार्थियों के मामले में सबसे आगे रहा।

गया प्रमंडल में:

  • 4,82,200 दिव्यांगजनों ने
  • 5,320 जेपी सेनानियों ने

मुफ्त यात्रा का लाभ उठाया। इस पर निगम द्वारा लगभग 25 करोड़ रुपये खर्च किए गए।

अन्य प्रमंडलों में मिले लाभार्थियों की संख्या इस प्रकार है—

  • पटना — 4,016
  • मुजफ्फरपुर — 3,528
  • दरभंगा — 303
  • भागलपुर — 669
  • पूर्णिया — 91

मंत्री ने बताया कि यह सुविधा न केवल यात्रा को आसान बनाती है बल्कि बुजुर्ग सेनानियों और दिव्यांगजनों के प्रति प्रदेश सरकार के सम्मान और संवेदनशीलता को भी दर्शाती है।

‘सबका साथ, सबका विकास’ की भावनाओं को साकार कर रही सरकार

परिवहन मंत्री श्रवण कुमार ने कहा कि प्राइवेट बसों और ऑटो के मुकाबले सरकारी बसों का किराया कम है, जिससे आम लोगों पर आर्थिक बोझ घटता है। उन्होंने इसे बिहार सरकार के “सबका साथ, सबका विकास, सबका विश्वास” के संकल्प का वास्तविक रूप बताया।

मंत्री ने कहा—
“राज्य सरकार लगातार ऐसी योजनाओं के जरिए जनसेवा को मजबूत बना रही है। रियायती बस सेवा दिव्यांगजनों और वरिष्ठ सेनानियों के सम्मान व सुविधा की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।”

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