दिल्ली के लाल किला मेट्रो स्टेशन के गेट नंबर 1 के पास सोमवार शाम एक कार में हुए जोरदार धमाके से पूरे इलाके में अफरा-तफरी मच गई। विस्फोट इतना भीषण था कि कार के पुर्जे दूर स्थित लाल मंदिर तक जा गिरे। आसपास की दुकानों के दरवाज़े और खिड़कियाँ टूट गईं। घटना में अब तक 9 लोगों की मौत की पुष्टि हुई है, जबकि कई घायल अस्पतालों में भर्ती हैं।
धमाके के बाद आग, कई गाड़ियाँ जलकर नष्ट
विस्फोट के बाद आसपास खड़ी कई गाड़ियों में आग लग गई। चांदनी चौक के भागीरथ पैलेस इलाके तक कंपन महसूस किया गया। दमकल विभाग ने तुरंत मौके पर पहुँचकर राहत-बचाव कार्य शुरू किया। सात फायर टेंडर और छह एंबुलेंस तैनात की गईं।
हरियाणा नंबर की कार, मालिक से पूछताछ
दिल्ली पुलिस के अनुसार धमाके में जिस कार का इस्तेमाल हुआ, उसका नंबर HR26-7674 है। पुलिस ने गाड़ी के पूर्व मालिक सलमान को गुरुग्राम से हिरासत में लेकर पूछताछ की है। सलमान का दावा है कि उसने यह कार डेढ़ साल पहले ओखला निवासी देवेंद्र को बेच दी थी। पुलिस अब दस्तावेज़ों की सत्यता की जांच कर रही है।
दिल्ली में हाई सिक्योरिटी, कई राज्यों में अलर्ट
धमाके के बाद दिल्ली के साथ-साथ
- उत्तर प्रदेश,
- हरियाणा,
- महाराष्ट्र,
- मध्य प्रदेश,
- पश्चिम बंगाल
में हाई अलर्ट जारी कर दिया गया है।
गाजियाबाद, गुरुग्राम और नोएडा में रातभर नाकेबंदी और चेकिंग अभियान चलाया जा रहा है। मॉल, रेलवे स्टेशन, एयरपोर्ट और भीड़भाड़ वाले इलाकों में सुरक्षा बढ़ा दी गई है।
PM, गृह मंत्री और CM ने ली स्थिति की जानकारी
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने घटना पर दुख जताते हुए घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना की।
गृह मंत्री अमित शाह ने दिल्ली पुलिस कमिश्नर और जांच एजेंसियों से विस्तृत रिपोर्ट मांगी है और कहा कि एनआईए, एनएसजी, एफएसएल की टीमें सभी संभावनाओं पर गहराई से जांच कर रही हैं।
दिल्ली की मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता और शिक्षा मंत्री आशीष सूद एलएनजेपी अस्पताल पहुँचकर घायलों से मिलीं। मुख्यमंत्री ने लोगों से शांति बनाए रखने और अफवाहों से बचने की अपील की।
घटनास्थल को सील किया गया, जांच जारी
दिल्ली पुलिस कमिश्नर सतीश गोलचा ने बताया कि विस्फोट शाम 6:52 बजे एक धीमी गति से चल रही कार में हुआ। आसपास लगे सभी CCTV फुटेज खंगाले जा रहे हैं।
एनएसजी और एनआईए की टीमें मौके पर मौजूद हैं और फॉरेंसिक डेटा जुटा रही हैं।
घायलों की संख्या बढ़ रही, कई की हालत गंभीर
एलएनजेपी अस्पताल में घायलों को लाने का सिलसिला जारी है। डॉक्टरों के अनुसार, अभी तक 30 से अधिक लोग घायल हुए हैं, जिनमें कई की हालत गंभीर है। जरूरत पड़ने पर अस्पताल के अतिरिक्त डॉक्टरों को भी वापस बुलाया गया है।


