भागलपुर, अक्टूबर 2025: विधानसभा चुनाव 2025 की टिकट घोषणा के बाद भाजपा में बगावत के सुर बुलंद हो गए हैं। इसी कड़ी में पीरपैंती के मौजूदा विधायक ललन पासवान ने पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से त्याग पत्र दे दिया।
जानकारी के अनुसार, भाजपा ने इस बार पीरपैंती विधानसभा सीट से मुरारी पासवान को अपना उम्मीदवार घोषित किया। जैसे ही यह घोषणा हुई, देर रात ललन पासवान ने अपना त्याग पत्र भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष दिलीप जायसवाल को भेज दिया।
भाजपा में असंतोष की वजह
भागलपुर जिले की सातों विधानसभा सीटों के लिए एनडीए ने अपने प्रत्याशियों की घोषणा कर दी है, जिसमें से तीन सिटिंग एमएलए का टिकट काटकर नए चेहरों पर भरोसा जताया गया।
विशेष रूप से पीरपैंती सीट पर भाजपा का यह निर्णय विवादित माना जा रहा है। पार्टी ने वर्तमान विधायक ललन पासवान का टिकट काटते हुए आरएसएस से जुड़े स्वयंसेवक मुरारी पासवान को उम्मीदवार बनाया है।
ललन पासवान ने भावुक लहजे में कहा:
“मुझे लगता है कि भाजपा को अब मुखर दलित नेतृत्व की जरूरत नहीं है, इसलिए हमारी यात्रा यहीं समाप्त होती है। अब मैं पार्टी की सीमाओं से ऊपर जाकर बाबा साहेब डॉ. भीम राव आंबेडकर के आदर्शों पर काम कर सकूंगा।”
राजनीतिक गलियारों में हलचल
ललन पासवान का त्याग पत्र और टिकट कटने के बाद पार्टी के भीतर असंतोष के संकेत मिले हैं। राजनीतिक विशेषज्ञ मान रहे हैं कि इस कदम से पीरपैंती विधानसभा की चुनावी समीकरणों पर असर पड़ सकता है।
भाजपा के नेताओं के लिए यह चुनौतीपूर्ण स्थिति है, क्योंकि टिकट कटने वाले नेताओं की नाराजगी चुनावी रणनीति को प्रभावित कर सकती है। आगामी दिनों में ललन पासवान की राजनीतिक गतिविधियां और उनकी पार्टी से बाहर की भूमिका चर्चा का विषय बनी रहेगी।


